Amravati: बड़ी सिंचाई परियोजनाओं में जल आपूर्ति का बढ़ेगा बोझ, पानी की मांग बढ़ने की संभावना

अमरावती: तापमान में वृद्धि के परिणामस्वरूप पानी की मांग बढ़ने लगी है। मार्च से अब तक जलापूर्ति के लिए प्रतिदिन दो गैलन पानी की खपत हो रही है और अगले ढाई महीने में इसके दोगुना होने की संभावना है। वर्तमान में जिले में 56 सिंचाई परियोजनाओं में 504 दलघमी जलाशय शेष हैं और जैसे-जैसे पानी की मांग बढ़ेगी, सिंचाई परियोजनाओं में जलाशयों पर बोझ बढ़ेगा।
जिले में सात मध्यम और 48 लघु परियोजनाएं हैं, जिनमें बड़ा अपर वर्धा बांध भी शामिल है। इन सभी परियोजनाओं में फिलहाल 504 घन मीटर पानी शेष है। अमरावती शहर सहित ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं को ऊपरी वर्धा बांध पर अपनाया गया है। इस बांध की अनुमानित जल संग्रहण क्षमता 564 घन मीटर है तथा वर्तमान में 286 घन मीटर संग्रहण शेष है। जलापूर्ति योजनाओं की आपूर्ति सात मध्यम आकार की परियोजनाओं के माध्यम से की जाती है। इन परियोजनाओं में 123 दलघमी पानी शेष है तथा 48 लघु परियोजनाओं में 94 दलघमी पानी शेष है। अभी गर्मी के ढाई महीने बाकी हैं।
पिछले वर्ष औसत से अधिक वर्षा के कारण सिंचाई परियोजनाओं में 100 प्रतिशत जल संग्रहण हुआ था। इससे अन्य जल स्रोतों में भी प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध हो गया। लेकिन अब सिंचाई परियोजनाएं सूखने लगी हैं।

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