logo_banner
Breaking
  • ⁕ SC ने महाराष्ट्र राज्य चुनाव आयोग को लगाई फटकार, स्थानीय निकाय चुनाव 31 जनवरी, 2026 तक पूरा कराने के निर्देश ⁕
  • ⁕ नागपुर में जल्द शुरू होगी ई-बाइक टैक्सी सेवा, सिर्फ 15 रूपये में 1.5 किमी का सफर, सस्ता और आसान ⁕
  • ⁕ Amravati: शिंदे की शिवसेना में अंदरूनी कलह? बैनर से प्रीति बंड की तस्वीर गायब, राजनीतिक गलियारों में बना चर्चा का विषय ⁕
  • ⁕ Bhandara: एक ही दिन में दो कामों पर एक मज़दूर! हिवरा में पांदन सड़क निर्माण कार्य में गड़बड़ी-घोटाला ⁕
  • ⁕ Akola: अकोला शहर में भारी बारिश से सड़कें और नालियां जलमग्न, फसलों को नुकसान होने की संभावना ⁕
  • ⁕ Akola: सरकारी अस्पताल परिसर में एक व्यक्ति की पत्थर कुचलकर हत्या, हत्यारा भी हुआ घायल ⁕
  • ⁕ अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनाया जाएगा महाराष्ट्र का AI मॉडल MARVEL, नीति आयोग ने द्वारा आठ उच्च-प्रभाव वाली परियोजनाओं में चयन ⁕
  • ⁕ “राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज कैंसर अस्पताल का निर्माण जल्द करें पूरा”, मुख्यमंत्री फडणवीस ने अधिकारियों को दिए निर्देश ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Amravati

Amravati: तुअर की बिक्री के लिए नाफेड रजिस्ट्रेशन की मोहलत अब 15 दिन बढ़ी, जिले के 21 केंद्रों पर 9 अप्रैल तक होगा रजिस्ट्रेशन


अमरावती: तुअर की खरीदारी के लिए आवश्यक नाफेड रजिस्ट्रेशन की मोहलत अब 15 दिन बढ़ा दी गई है। अमरावती जिले के 21 केंद्रों पर 9 अप्रैल तक रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इसके बावजूद, खरीदारी केवल 14 केंद्रों पर ही हो रही है, जिससे किसानों को अपनी तुअर व्यापारियों को बेचने की मजबूरी है. 

कृषि उपज की गिरती कीमतों और किसानों को उनकी उपज का साहू मूल्य दिलाने के लिए  सरकार द्वारा  तुअर की खरीदारी की जाती है ताकि उन्हें msp की सुरक्षा मिल सके। इस प्रक्रिया के तहत तूअर की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 24 जनवरी से शुरू की गई थी, और इसकी अंतिम तारीख 24 फरवरी थी। हालांकि, इस अवधि में किसानों का रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं हुआ था, जिसके कारण 30 दिन की मोहलत बढ़ाई गई थी।

अमरावती, चांदूरबाजार, अंजनगाव सुर्जी, येवदा, कापूसतळणी, भातकुली और डीएमओ के धारणी, खल्लार और नेरपिंगळाई केंद्रों पर अब तक तूअर की खरीदारी की गई है। लेकिन बाकी केंद्रों पर खरीदारी की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है, जिससे किसानों को बेचने के लिए कोई स्पष्ट रास्ता नहीं मिल रहा है।

किसानों का कहना है कि इस दौरान तूअर की कीमतें गिरने से उन्हें बाजार में काफी नुकसान हो रहा है और उन्हें अपनी फसल को बिना लाभ के बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि, अब रजिस्ट्रेशन के लिए और 15 दिन की मोहलत मिलने से किसानों को उम्मीद है कि सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करेगी।