विद्यार्थियों की विशेष प्रतिभा का होगा विकास; राज्य के आठ आवासीय विद्यालयों में अमरावती भी शामिल

अमरावती: समय की बदलती जरूरतों के अनुरूप विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करने के लिए उनमें विशेष कौशल का विकास करना आवश्यक है। इसी क्रम में स्कूल शिक्षा विभाग ने राज्य में आठ आवासीय विद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसमें अमरावती का भी चयन किया गया है।
इन विद्यालयों को 'आनंद गुरुकुल (विशेष प्रतिभा) आवासीय विद्यालय' के नाम से जाना जाएगा। प्रत्येक स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या 200 होगी। स्कूल शिक्षा विभाग ने इन स्कूलों से संबंधित विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करने के लिए एक समिति गठित करने के निर्णय की घोषणा की। ये आवासीय विद्यालय शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से शुरू होंगे।
स्कूली शिक्षा के साथ-साथ 21वीं सदी की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए छात्रों को कला, खेल, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, गैर-परंपरागत ऊर्जा, संचार कौशल, वित्तीय सेवाएं, स्वास्थ्य सेवा, प्रबंधन, वैश्विक पर्यटन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सतत विकास जैसे विभिन्न विषयों में विशेषज्ञता की विशेष शाखाओं का ज्ञान प्रदान करना आवश्यक है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से ‘आनंद गुरुकुल आवासीय विद्यालय’ शुरू करने का निर्णय लिया है। इसके लिए विदर्भ के दो जिलों नागपुर और अमरावती का चयन किया गया है। शेष जिलों में मुंबई, पुणे, नासिक, छत्रपति संभाजीनगर, कोल्हापुर और लातूर शामिल हैं।
इस उद्देश्य के लिए अध्ययन समूह स्थापित किए जाएंगे। इसकी अध्यक्षता शिक्षा आयुक्त करेंगे। इसके अलावा प्राथमिक शिक्षक परिषद के राज्य परियोजना निदेशक, एससीईआरटी के निदेशक, माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के शिक्षा निदेशक, संयुक्त निदेशक एवं स्कूल शिक्षा विभाग के उप सचिव समूह के सदस्य होंगे।

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