Buldhana: मुआवजे की मांग को लेकर येरली वासियों का जिला कचेरी के सामने अनशन
बुलढाना: जिगांव परियोजना अंतर्गत के बाधित गांववासियों की ओर से मुआवजा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष अनशन प्रारंभ किया गया है. यह आंदोलन 31 जनवरी से प्रारंभ किया गया है.
जिले की जिगांव परियोजना को लेकर इलाके के कई गांव का पुनर्वास किया जा रहा है. इन गांव वासियों के खेत व घर परियोजना के लिए अधिग्रहित किए गए हैं. जिसका मुआवजा इन किसानों को अब तक प्रदान नहीं किया गया. येरली वासियों ने ग्राम पंचायत नमूना आठ के अनुसार गांव के 152 लोगों को मुआवजा प्रदान किया जाए, इस मांग को लेकर 15 दिसंबर व 25 दिसंबर को जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया था. जिस पर अधिकारियों ने जल्द ही किसानों को मुआवजा उपलब्ध कराए जाने का आश्वासन दिया था, किंतु 25 जनवरी के पश्चात तक यह मुआवजा उपलब्ध कराया नहीं गया.
अधिकारियों ने अपना आश्वासन तोड़ दिया, इस बात से दुखी होकर गांव वासियों ने अपने घरों का मुआवजा व खेती का मुआवजा देने की मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष अनशन आंदोलन प्रारंभ कर दिया है. बुधवार का अनशन का दूसरा दिन है. जिसके पश्चात प्रशासन ने इस आंदोलन की सुध नहीं ली, जिससे नागरिकों में नाराजगी का आलम है. इस आंदोलन में विश्वास पाटिल, नानाराव वेरुलकर, शिवाजी आंबेकर, कृष्णा चंदनशिव, ओंकार बावस्कार, संदीप पुंडे आदि का समावेश है.
admin
News Admin