शिक्षक सहित बुनियादी सुविधाओं को लेकर छात्रों का प्रदर्शन, परिजन भी रहे मौजूद
बुलढाणा: जिला परिषद में मार्च, आंदोलन आम बात है। लेकिन, बुधवार को अनोखा आंदोलन किया गया। स्कूल में शिक्षक सहित बुनियादी सुविधाओं को लेकर 300 छात्रों ने जिला परिषद के सामने प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों के परिजन भी आंदोलन में मौजूद रहे। बच्चो के आंदोलन के बाद सीईओ भाग्यश्री विस्पुते तुरंत मौके पर पहुंची और आंदोलनकारियों से बात की। इसके बाद तनाव कम हुआ। आंदोलन के दौरान एक छात्रा की तबियत भी बिगड़ गई।
शेगांव तहसील के मातरगांव स्थित जिला परिषद हाई स्कूल में शिक्षकों के आधे पद खाली हैं और छात्रों को शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। साथ ही, बेंच, डेस्क, बाड़, शौचालय आदि जैसी भौतिक सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं। इस संबंध में समय-समय पर ज्ञापन दिये गये। करीब आठ दिन पहले जिला परिषद में स्कूल खोलने का रिमाइंडर दिया गया था।
हालाँकि, इस पर हमेशा की तरह ध्यान नहीं दिया गया। इससे नाराज तीन सौ छात्रों ने आज बुधवार को आक्रामक रुख अपनाते हुए जिला परिषद पर धावा बोल दिया। कार्यालय के मुख्य द्वार पर राष्ट्रगान के साथ प्रदर्शन शुरू किया। स्कूल के छात्रों की विनम्र अपेक्षा थी कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी भाग्यश्री विस्पुते आएं और हमारी शिकायतें सुनें और मांगों पर कार्रवाई करें।
हालाँकि, अपने कमरे में होने के बावजूद 'मैडम' जल्दी नीचे नहीं आईं। इससे 'प्रदर्शनकारी' नाराज हो गए। इसी बीच एक छात्रा की हालत बिगड़ गई। इससे जिस छात्र की हालत बिगड़ी, उसे छात्रों का एक समूह उठाकर सीईओ के कक्ष में गया। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की। हालांकि, उनके बावजूद छात्र कमरे में घुस गये। इसके बाद जहां 'मैडम' नीचे आईं और चर्चा शुरू की। खबर लिखे जाने तक यह चर्चा जारी थी।
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