बुलढाणा में गहराने लगा जल संकट, जिले के 46 गांवों में 47 टैंकरों से जलापूर्ति, टैंकरों की संख्या हुई दोगुनी
बुलढाणा: जिले में जलसंकट गहराने लगा है। मौजूदा स्थिति में जिले के 46 गांवों में 47 टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है। पिछले चार वर्षों में टैंकरों से प्रभावित गांवों की यह सबसे अधिक संख्या है। इसलिए आने वाले समय में इसमें और बढ़ोतरी की आशंका है। इस बीच जिले में टैंकरों की संख्या दोगुनी हो गई। इस स्थिति को देखकर आशंका व्यक्त की जा रही है कि मई के अंत में जिले के करीब 82 गांवों को टैंकरों से पानी की आपूर्ति करनी पड़ेगी।
बुलढाणा जिले में नागरिकों को पीने की भीषण किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। जिले के 136 गांवों में जलसंकट बढ़ने से 168 निजी कुएं अधिग्रहित किये गए है। यह संख्या और भी बढ़ सकती है।
बुलढाणा के 12 गांवों और देउलगांव राजा के 11 गांवों को टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जा रही है। चिखली तहसील के 10, मेहकर के 9, मोटाला के 5 गांवों को टैंकरों से पानी की आपूर्ति करनी पड़ रही है। एक लाख 44 हजार 640 लोग अब टैंकर के पानी पर निर्भर हैं।
परियोजनाओं में जल भंडारण भी तेजी से घट रहा है, आठ तहसीलो के ग्रामीण इलाकों में पानी की कमी की समस्या गंभीर होती जा रही है। 136 गांवों के लिए 268 कुओं का अधिग्रहण किया गया है। अकेले देउलगांव राजा में, 28 गांवों के लिए 52 कुएं अधिग्रहित किए गए हैं, जबकि मेहकर तहसील 46 गांवों के लिए 47 कुएं अधिग्रहित किए गए हैं। ऐसी संभावना जताई जा है कि मई के अंता तक जलसंकट की तीव्रता अधिक होगी।
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