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Chandrapur: अब निजी स्कूल के शिक्षकों को सीएमपी प्रणाली के माध्यम से वेतन, चंद्रपुर में शुरू हुआ पायलट प्रोजेक्ट


चंद्रपुर: राज्य में अब सरकारी शिक्षकों के साथ निजी स्कूल के शिक्षकों को भी सीधे खाते में तनख्वाह मिलेगी। सरकार ने यह निर्णय इसलिए लिया है ताकि शिक्षकों को समय पर उनका वेतन मिल सके। इसी के साथ चंद्रपुर राज्य का पहला जिला बन गया है, जहां यह नियम लागू किया गया है। सीएमपी प्रणाली के लागू होने के बाद शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों का समय पर वेतन मिलने का मुद्दा सुलझ गया है।  

पूर्व में निजी विद्यालयों के शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का वेतन भुगतान वेतन विभाग को प्रस्तुत कर शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर से कोषागार में स्वीकृत किया जाता था। वहां से स्वीकृति लेकर डीडी जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के प्रधान कार्यालय में भेजकर चेक स्वीकृत कर उस बैंक में भेज दिया जहां स्कूल का खाता है। इसके बाद शिक्षकों के खातों में पैसा भेजा जाता है। इस पूरी प्रक्रिया में काफी समय चला जाता है। जिसके कारण शिक्षक लगातार सरकार से सीएमपी प्रणाली से वेतन देने की मांग कर रहे थे। इसी को देखते हुए सरकार नवंबर और दिसंबर की तनख्वाह सीधे खाते में भेजने का निर्णय लिया है। 

पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू 

राज्य सरकार ने चंद्रपुर जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया है। वहीं जिले के निजी विद्यालयों एवं कनिष्ठ महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं गैर शिक्षक कर्मचारियों के वेतन भुगतान हेतु विद्यालय व्यवस्था में प्रधानाध्यापक के संयुक्त खाता संख्या एवं अन्य कर्मचारियों के व्यक्तिगत खाता संख्या के सत्यापन की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गयी है।

वेतन दस्ते कार्यालय चंद्रपुर ने एक माह पूर्व सभी खाताधारकों के बैंक खाता नंबरों का सत्यापन कर चुका था। वहीं आयुक्त द्वारा सभी खताओं की जांच करने के बाद निर्णय लिया। इसके बाद पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर जिले के लिए ही यह प्रणाली शुरू की है। इससे पेरोल सिस्टम में अब चार से पांच दिन कम लगेंगे। इस निर्णय से कर्मचारियों में खुशी की लहर है। विदर्भ माध्यमिक शिक्षा संघ सरकार्यवाह सुधाकर अदबले और महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद रामदास गिरडकर ने वेतन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है।