Chandrapur: रेलवे सिग्नल पोल के कारण आवागमन बाधित, रेल विभाग नहीं देरहा ध्यान

चंद्रपुर: विसापुर बल्लारपुर तहसील का सबसे बड़ा गाँव है। रेल लाइन के कारण गांव का बंटवारा हो गया है। रेलवे लाइन पर यातायात की भीड़ को कम करने के लिए कुछ साल पहले एक भूमिगत मार्ग का निर्माण किया गया था। लेकिन पूर्व रेलवे फाटक का सिग्नल पोल अभी भी है। बीच सड़क पर आ जाने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। रेल प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। ग्रामीणों ने भविष्य में होने वाले हादसों को रोकने के लिए बाधक बन रहे रेलवे सिग्नल पोल को तत्काल हटाने की मांग की है।
विसापुर गांव केंद्र के माध्यम से चार रेलवे लाइन हैं, जिसमें दिल्ली-चेन्नई, चेन्नई-दिल्ली, बल्लारपुर-गोंदिया और प्रस्तावित वर्धा-बल्लारपुर। इससे पहले, मोटर चालकों और पैदल चलने वालों को तीन रेलवे ट्रैक पार करके रेलवे फाटक से गुजरना पड़ता था। रेलवे फाटक के कारण सभी को परेशानी हो रही थी। इस समस्या के समाधान के लिए सेंट्रल रेलवे प्रशासन ने अंडरग्राउंड रूट बनाया है। हालांकि चालकों ने शिकायत की है कि रेलवे फाटक का पुराना सिग्नल पोल भूमिगत मार्ग से आने-जाने में यातायात बाधित कर रहा है।
ख़राब काम के कारण उखड़ी सड़क
इसी तरह रेल प्रशासन ने घटिया गुणवत्ता के चलते जगह-जगह सीमेंट कंक्रीट की सड़क को उखाड़ दिया है। गंदे पानी को ले जाने की व्यवस्था ठीक से नहीं की गई थी। नतीजतन सड़क पर जलभराव के कारण वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ती है। ग्रामीणों ने मांग की है कि मध्य रेलवे विभाग पुराने रेलवे ट्रैक के पास लगे सिगनल पोल और सीमेंट कांक्रीट सड़क की तत्काल मरम्मत करे। इस संदर्भ में यह भावना है कि स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन रेल विभाग के साथ मिलकर ग्रामीणों की समस्या का समाधान करे।

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