नागपुर में अपराधी हुए बेकाबू, 24 घंटों में दो मर्डर और एक हाफ मर्डर से दहला शहर

नागपुर: उप राजधानी में हत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. नन्दनवन थाने के जूना बगड़गंज और देशपांडे लेआउट में दो अलग-अलग वारदातों में दो लोगों की हत्या हो गई जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल है जिसकी हालत भी नाजुक बताई जारी है.हालांकिइन दोनों ही मामलों में आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और आगे की जांच कर रही है.
नागपुर शहर में पिछले एक हफ्ते में ही हत्यायों की पांच घटनायें हो चुकी है।ऐसे में शहर में लगातार हो रही इन हत्याओं की घटनाओं से नागरिकों में भी दहशत मची है.शुक्रवार को नंदनवन पुलिस थाना अंतर्गत दो अलग-अलग वारदातों में दो लोगों की हत्या हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हुआ है.
पहली घटना जूना बगड़गंज परिसर में हुई. मृतक सचिन उइके बताया जा रहा है जो कि पेशे से ट्रक ड्राइवर है. आरोपी उसी का मालिक ट्रांसपोर्टर दर्शन रविंद्र भोंडेकर है जिसे पुलिस ने हत्या के इस मामले में गिरफ्तार किया है. दरअसल सचिन आरोपी दर्शन के पास पिछले दो महीने से ड्राइवर के रूप में काम करता है.
शुक्रवार सुबह सचिन काम पर नहीं पहुंचा था जिसके चलते दर्शन उसे ढूंढते हुए उसके घर पहुंचा .जहां सचिन शराब के नशे में घर में ही मौजूद था. आरोपी ने उसे काम पर चलने के लिए कहा और उसे अपने साथ लेकर आया. रास्ते में सचिन और आरोपी दर्शन की फिर से हाथापाई हुई जहां धक्का लगने से सचिन नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया. हालांकि इस घटना के बाद आरोपी दर्शन उसे स्वयं ही अस्पताल भी लेकर गया जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान ही उसे मृत घोषित किया. पुलिस ने इस मामले में आरोपी दर्शन को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच कर रही है
हत्या की दूसरी वारदात नंदनवन पुलिस थाने के देशपांडे लेआउट परिसर में हुई जहां अपराधी विलास उर्फ मटर वानखेड़े ने अपने साथियों के साथ मिलकर अपने ही दोस्त नीरज भोयर और विशाल राऊत पर पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में चाकू और फरसी से मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
इस घटना की जानकारी मिलने के बाद नन्दनवन पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों घायलों को इलाज के लिए मेडिकल अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां इलाज के दौरान ही नीरज भोयर की मौत हो गई जबकि विशाल राऊत गंभीर रूप से घायल है और उसकी हालत भी नाजुक बनी हुई है. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने अपराधी विलास वानखेड़े को व उसके भाई निखिल वानखेड़े को हिरासत में लिया है जबकि उसके एक अन्य साथी की तलाश कर रही है.
खास बात तीन दिन पहले ही नव नियुक्त पुलिस आयुक्त डॉ रविंद्र कुमार सिंगल ने हत्या की घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी थानेदारों को सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए थे. इसी कड़ी में बुधवार को शहर में 317 अपराधियों की परेड भी कराई गई थी. बावजूद इसके हत्या की घटनाएं होने से थानेदारों के माथे पर बल पड़ा हुआ है. शहर के अधिकांश थानो में दो दिन पहले ही बाहर से आए पुलिस निरीक्षकों को बतौर थानेदार तैनात किया गया है. ऐसे में शहर के अपराध और अपराधियों से निपटने के लिए उन्हें खासी मशक्कत जरूर करनी पड़ेगी।
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