logo_banner
Breaking
  • ⁕ अमरावती के शिवनगांव में फिर भूकंप के झटके, लोगों में डर का माहौल ⁕
  • ⁕ Akola: राजनीतिक पार्टियां नगर पालिका चुनावों के लिए बना रहीं मजबूत मोर्चा ⁕
  • ⁕ Wardha: तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे चल रही छात्राओं को उड़ाया, एक छात्रा की हालत बेहद नाजुक ⁕
  • ⁕ राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का तंज, कहा - पृथ्वीराज चव्हाण दुनिया के सबसे महान भविष्यवक्ता ⁕
  • ⁕ विदर्भ में ठंड का असर बरकरार, नागपुर सहित अन्य जिलों में तापमान में गिरावट, गोंदिया 8.4 डिग्री सेल्सियस के साथ सबसे ठंडा जिला ⁕
  • ⁕ Nagpur: UCN न्यूज़ की खबर का असर; सिंचाई विभाग की 5 एकड़ ज़मीन पर कब्ज़े का मामला, हरकत में प्रशासन ⁕
  • ⁕ Amravati: दिन दहाड़े प्रॉपर्टी डीलर की हत्या से दहला शहर, खोलापुरी गेट के सब्जी मंडी इलाके की घटना ⁕
  • ⁕ Gondia: अवैध रेत उत्खनन पर अब निर्णायक प्रहार, वैनगंगा नदी का होगा अंतरराज्यीय सीमांकन ⁕
  • ⁕ भाजपा कार्यालय में आज से उम्मीदवारों के साक्षात्कार शुरू, विधानसभा क्षेत्रवार प्रभारी नियुक्त ⁕
  • ⁕ मनपा के बाद ZP–पंचायत समिति चुनाव जल्द जनवरी के अंतिम सप्ताह में मतदान की संभावना ⁕
Nagpur

शिक्षक शालार्थ आईडी घोटाला: SIT को महाराष्ट्र भर के मामलों की जाँच का जिम्मा


नागपुर: शालार्थ आईडी घोटाले और फर्जी शिक्षक भर्ती के मामलों की बढ़ती गंभीरता को देखते हुए, महाराष्ट्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। नागपूर शहर पुलिस आयुक्तालय द्वारा गठित विशेष जांच दल  को अब पूरे महाराष्ट्र में इस संबंध में दर्ज सभी अपराधों की जांच करने का अधिकार दिया गया है। इस SIT का नेतृत्व पुलिस उपायुक्त, परिक्षेत्र क्रमांक २,  नित्यानंद झा कर रहे हैं।

यह फैसला इस बात पर प्रकाश डालता है कि नागपूर  के सदर पुलिस थाने और  साइबर पुलिस थाने  में दर्ज मामलों की जांच के दौरान घोटाले का दायरा पूरे महाराष्ट्र में फैला हुआ पाया गया है। जलगाव जिले में भी चालिससगांव शहर पुलिस थाने में तीन अलग-अलग मामले  दर्ज किए गए हैं, जिनकी जांच अब तक स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही थी।

राज्य सरकार का मानना है कि इस तरह के व्यापक घोटाले की जांच के लिए एक एकीकृत और सुगम प्रक्रिया आवश्यक है। इसी उद्देश्य से, नागपूर SIT को यह अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। डीसीपी नित्यानंद झा अपनी टीम में आवश्यकतानुसार अन्य अधिकारियों को भी शामिल कर सकेंगे।

इस निर्देश के साथ, संबंधित अधिकारियों को सभी आपराधिक दस्तावेजों को तुरंत हासिल करने और SIT की कार्यवाही को तत्काल शुरू करने का आदेश दिया गया है। जांच पूरी होने के बाद एक विस्तृत पूर्ति रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। यह निर्णय  पुलिस महानिदेशक, महाराष्ट्र राज्य, मुंबई की मंजूरी से लिया गया है। इस कदम से उम्मीद की जा रही है कि शिक्षक भर्ती में हुए इस बड़े घोटाले के सभी पहलुओं को उजागर किया जा सकेगा और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जा सकेगा।