logo_banner
Breaking
  • ⁕ 2 दिसंबर को होगी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोटिंग, 3 दिसंबर को मतगणना, राज्य चुनाव आयोग ने की घोषणा ⁕
  • ⁕ गरीब बिजली उपभोक्ताओं को 25 साल तक मिलेगी मुफ्त बिजली, राज्य सरकार की स्मार्ट योजना के लिए महावितरण की पहल ⁕
  • ⁕ उद्धव ठाकरे और चंद्रशेखर बावनकुले में जुबानी जंग; भाजपा नेता का सवाल, कहा - ठाकरे को सिर्फ हिंदू ही क्यों नजर आते हैं दोहरे मतदाता ⁕
  • ⁕ ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 1 करोड़ 8 लाख की ठगी, साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज ⁕
  • ⁕ Amravati: दरियापुर-मुर्तिजापुर मार्ग पर भीषण दुर्घटना, तेज गति से आ रही कार की टक्कर में दो लोगों की मौके पर ही मौत ⁕
  • ⁕ Kamptee: रनाला के शहीद नगर में दो माह के भीतर एक ही घर में दूसरी चोरी, चोर नकदी व चांदी के जेवरात लेकर फरार ⁕
  • ⁕ Yavatmal: भाई ने की शराबी भाई की हत्या, भतीजा भी हुआ गिरफ्तार, पैनगंगा नदी के किनारे मिला था शव ⁕
  • ⁕ जिला कलेक्टरों को जिला व्यापार में सुधार के लिए दिए जाएंगे अतिरिक्त अधिकार ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती जिले में नौ महीनों में 60 नाबालिग कुंवारी माताओं की डिलीवरी ⁕
  • ⁕ विश्व विजेता बनी भारतीय महिला क्रिकेट टीम, वर्ल्ड कप फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराया ⁕
Nagpur

Nagpur: नागपुर ग्रामीण में हादसों पर लगी लगाम, सड़क दुर्घटनाओं में आई गिरावट


नागपुर: नागपुर ग्रामीण पुलिस की एक अनूठी पहल ने सड़क हादसों पर लगाम लगाने में बड़ी सफलता हासिल की है। मार्च 2024 से लागू किए गए 'जीरो फैटेलिटी डिस्ट्रिक्ट' कार्यक्रम के तहत सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की संख्या में उल्लेखनीय कमी आई है। दरअसल नागपुर ग्रामीण पुलिस ने स्वयं सेवी संस्था सेव लाइफ फाउंडेशन के साथ काम करना शुरू किया  था जिसका मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटना और सड़क दुर्घटना में होने वाली मौतों की संख्या को कम करना था

नागपुर ग्रामीण पुलिस और सेव लाइफ फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से अब नागपुर ग्रामीण इलाका सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में एक मिसाल बन गया है। मार्च 2024 में शुरू किए गए 'जीरो फैटेलिटी डिस्ट्रिक्ट' कार्यक्रम का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। जनवरी से अप्रैल 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक, सड़क दुर्घटनाओं में 9 प्रतिशत और सड़क मृत्यु दर में 10 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।

विशेष पुलिस महानिरीक्षक दिलीप पाटिल भुजबल ने बताया, “नागपुर ग्रामीण पुलिस ने राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर गहन अध्ययन कर दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान की। इस अध्ययन में मौसम, समय और सड़क पर मौजूद खतरे जैसे कई कारकों का विश्लेषण किया गया। डेटा आधारित इस मूल्यांकन ने हादसों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।”

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने भी नागपुर ग्रामीण पुलिस के इस प्रयास की सराहना की है और अन्य जिलों को भी इस मॉडल को अपनाने की सलाह दी है। यह पहल न केवल सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दे रही है बल्कि लोगों की जान बचाने में भी अहम भूमिका निभा रही है।