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चंद्रपुर किडनी रैकेट मामला: एसआईटी को मिली बड़ी कामयाबी, मुख्य आरोपी रामकृष्ण मल्लेशम सुंचू को सोलापुर से किया गिरफ्तार


चंद्रपुर: जिले में सामने आए किडनी बिक्री मामले में स्थानीय अपराध शाखा और विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। नागभीड़ तहसील के मिंथूर निवासी रोशन कुळे की किडनी बिक्री से जुड़े इस मामले में खुद को डॉक्टर बताने वाले आरोपी को रविवार रात सोलापुर से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम रामकृष्ण मल्लेशम सुंचू है।

जांच में सामने आया है कि वह कोई डॉक्टर नहीं, बल्कि किडनी तस्करी करने वाला एजेंट है। पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपी ने वर्ष 2018 में अपनी खुद की किडनी पैसों के लिए कंबोडिया में बेची थी। सूत्रों के अनुसार, कंबोडिया में मौजूद कुछ डॉक्टरों ने रामकृष्ण को भारत से और अधिक किडनी डोनर लाने के लिए कहा था। प्रत्येक डोनर के बदले उसे एक लाख रुपये कमीशन देने का लालच दिया गया। इसके बाद रामकृष्ण भारत लौट आया और किडनी तस्करी का रैकेट शुरू किया।

इस रैकेट को चलाने के लिए उसने सोशल मीडिया पर ‘किडनी डोनर’ नाम से एक फेसबुक अकाउंट बनाया और आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को पैसों का प्रलोभन देकर किडनी बेचने के लिए प्रेरित किया। इसी जाल में चंद्रपुर जिले का रोशन कुळे फंस गया। कर्ज में डूबे रोशन को पैसों का लालच देकर कंबोडिया ले जाया गया, जहां उसकी किडनी निकाली गई। जांच में सामने आया है कि यह पूरा कृत्य केवल पैसों के लालच में किया गया।

पुलिस ने आरोपी रामकृष्ण को सोलापुर से गिरफ्तार कर सोमवार को ब्रह्मपुरी न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपी को 25 दिसंबर तक चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। फिलहाल इस मामले की आगे की जांच स्थानीय अपराध शाखा और एसआईटी द्वारा की जा रही है। जांच एजेंसियों को आशंका है कि इस अंतरराष्ट्रीय किडनी तस्करी रैकेट में और भी आरोपी शामिल हो सकते हैं, जिनका पर्दाफाश जल्द होने की संभावना है।