Akola: जिले में चंदन की तस्करी का पर्दाफाश, दो 'पुष्पा राज' गिरफ्तार

अकोला: अकोला जिले के पातुर वन क्षेत्र में चंदन की अवैध तस्करी का एक बड़ा मामला सामने आया है। वन विभाग ने जाल बिछाकर दो तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 5.370 किलोग्राम चंदन कीमती लकड़ी जब्त की गई है।
क्या है पूरा मामला?
चंदन की लकड़ी दुनिया की सबसे महंगी और सुगंधित लकड़ियों में से एक है। पातुर के घने जंगलों में चंदन के पेड़ बहुतायत में पाए जाते हैं, जिन पर तस्करों की नजर थी। वन विभाग को इस अवैध गतिविधि की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद, वन अधिकारियों की एक टीम चिंचखेड़ रिजर्व फॉरेस्ट के कक्ष क्रमांक 69 में गश्त कर रही थी।
गश्त के दौरान टीम ने दो लोगों को कुल्हाड़ियों से चंदन के पेड़ काटते हुए देखा। वन अधिकारियों को देखते ही दोनों आरोपी अपना सामान फेंककर भागने लगे, लेकिन वन विभाग की टीम ने पीछा कर उन्हें पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान शेख अफसर शेख शरीफ (65) और सैयद अली सैयद चांद (54), दोनों मुजावरपुरा, पातुर निवासी, के रूप में हुई है।
जब्त चंदन और कानूनी कार्रवाई
वन विभाग ने आरोपियों के पास से कुल 5.370 किलोग्राम चंदन की लकड़ी जब्त की है, जिसमें 966 ग्राम कोर और 4 किलोग्राम 404 ग्राम छाल शामिल है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम, 1927 की धाराओं के तहत वन अपराध संख्या 1518/18/2025 दर्ज किया गया है। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें आगे की जाँच के लिए तीन दिन की वन हिरासत में भेजा गया है। मामले की आगे की जाँच वनपाल जे.आर. मालोदे कर रहे हैं। यह कार्रवाई अकोला वन विभाग के उप वन संरक्षक (प्रो.) सुमंत सोलंके, सहायक वन संरक्षक (वन) नम्रता तले और पातुर वन परिक्षेत्र अधिकारी (प्रो.) श्रीनिवास गव्हाने के मार्गदर्शन में की गई।

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