Nagpur: प्रेमिका की हत्या कर जंगल में दफनाया शव, चलते ट्रक में फेंका सेलफोन, सेना का जवान गिरफ्तार

नागपुर: अजनी के रहने वाले एक 33 वर्षीय सैन्यकर्मी ने करीब डेढ़ महीने पहले अपनी प्रेमिका की हत्या कर दी और उसके शव को नागपुर के बूटीबोरी के पास जंगल में दफना दिया। इसके बाद उसने उसका सेलफोन भी फेंक दिया, जो हैदराबाद और फिर छत्तीसगढ़ जाने वाले एक ट्रक से मिला। एक लंबी तफ्तीश के बाद पुलिस हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है।
बेलतरोडी पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद हत्या और सबूत नष्ट करने के मामले को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है। सोमवार को आधिकारिक तौर पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने शव को भी बाहर निकाला और घटनास्थल पर फोरेंसिक जांच भी कराई।आरोपी अजय वानखेड़े को सोमवार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। उसने अपनी गर्लफ्रेंड ज्योत्सना आकरे (32) द्वारा बार-बार शादी करने की मांग के चलते हत्या कर दी थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों की मुलाकात एक मैट्रिमोनियल साइट पर हुई थी। तलाकशुदा ज्योत्सना ने इस प्लेटफॉर्म पर शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। कुछ समय संबंध के बाद ज्योत्सना ने वानखेड़े पर शादी करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। पहले से शादीशुदा वानखेड़े ने शुरू में विरोध किया, लेकिन गर्लफ्रेंड की लगातार मांगों ने आखिरकार उसे उसकी हत्या की योजना बनाने पर मजबूर कर दिया। पुलिस का मानना है कि वानखेड़े ज्योत्सना को बुटीबोरी के पास एक सुनसान जगह पर ले गया, जहाँ उसने पहले उसे शराब पिलाई और फिर बेहोश होने के बाद उसकी हत्या कर दी।
उसके शव को दफनाने के बाद, वानखेड़े ने गड्ढे को पत्तियों, टहनियों और पत्थरों से ढक दिया। हत्यारे वानखेड़े ने मृतका का सेलफोन वर्धा रोड पर एक गुजरते ट्रक में फेंक दिया और फिर पुणे चला गया, जहाँ उसने खुद को एक आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया। बेलतरोडी पुलिस ने शुरू में 29 अगस्त को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की, लेकिन बाद में 17 सितंबर को मामले को अपहरण के नजरिए से बदलकर ज्योत्सना की तलाश शुरू कर दी।
शुरुआत में पुलिस हैरान थी क्योंकि साइबर विशेषज्ञों द्वारा ट्रैक किए जाने पर ज्योत्सना के सेलफोन पर अलग-अलग लोकेशन दिख रही थी। जिस ट्रक ड्राइवर को उसका सेलफोन मिला था, उसने काम के लिए यात्रा करते समय अपने सिम कार्ड से उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था, जिससे पुलिस को लगा कि ज्योत्सना भाग गई है।
बेलतरोडी पुलिस ने वानखेड़े से पूछताछ करनी चाही, तो उसने सेशन कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी, लेकिन उसकी याचिका खारिज कर दी गई। बाद में उसने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया, लेकिन वहां भी वानखेड़े की बात नहीं बनी।
इसके बाद पुलिस के पूछताछ करने पर शुरू में वानखेड़े ने अपराध स्वीकार करने से इनकार कर दिया। वानखेड़े अंततः बेलतरोडी पुलिस के सामने टूट गया और घटना के बारे में सब बता दिया। पुलिस ने आगे की पूछताछ के लिए वानखेड़े को तीन दिन की रिमांड पर लिया है।

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