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Nagpur

बोगस शालार्थ आईडी घोटाले में बड़ा खुलासा, चिंतामन वंजारी फिर SIT के गिरफ्त में!


नागपुर: फर्जी शालार्थ आईडी घोटाले में SIT ने फिर एक बार पूर्व शिक्षण उपसंचालक चिंतामन गुलाबराव वंजारी को एक बार फिर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वंजारी ने कई फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति में भूमिका निभाई और उनके लिए बोगस शालार्थ आईडी बनाई थी। 

फर्जी  शालार्थ आईडी घोटाले में पहले भी महेंद्र म्हैसकर के घर पर एसआईटी की छापेमारी हो चुकी है, जहां से भारी मात्रा में दस्तावेज़ बरामद किए गए थे। जांच के दौरान सामने आया कि तुमसर के विनोद हाईस्कूल में शिक्षक सदानंद जांगड़े की नियुक्ति भी पूरी तरह फर्जी थी। इसमें स्कूल के प्रमुख चेतन डोंगरे और सचिव गंगाधर डोंगरे की भूमिका भी उजागर हुई है।

27 जून को इन तीनों को गिरफ्तार किया गया था और अब पूछताछ में वंजारी का नाम दोबारा सामने आया है। एसआईटी ने वंजारी को सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट के ज़रिए कस्टडी में लिया है। कोर्ट ने वंजारी को 4 जुलाई तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारी हो सकती है।

बोगस शालार्थ आईडी घोटाला अब राज्य भर में तूल पकड़ चुका है। विधानसभा में भी इस मामले की गूंज सुनाई दे रही है। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही एसआईटी में शिक्षण विभाग के विशेषज्ञों को शामिल करने की मांग कर रहे हैं।