Buldhana: अपराधियों को पीटकर बुजुर्ग की हत्या, परिजनों ने शव को थाने के बाहर रखकर किया प्रदर्शन

बुलढाणा: चार लोगों द्वारा बेरहमी से पीटे जाने और धारदार चाकुओं से पिता-पुत्र पर किये गए हमले से पिता की मौत हो गई,वहीं बेटा गंभीर रूप से घायल हो गई। जिसका इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मृतक की पहचान रघुनाथ गाडे के रूप में हुई है। हत्या के आरोपियों को पकड़ने के लिए परिजनों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। परिजनों ने शव को थाने के बाहर रखकर प्रदर्शन किया और पुलिस ने कार्रवाई की मांग की। इसी के साथ चेतवनी दी कि, जब तक आरोपियों को नहीं पकड़ा जाएगा तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
खामगांव तहसील के शेलोडी में दो परिवारों के बीच पुराना विवाद फिर भड़कने के बाद यह हत्या हुई। इस हमले में रघुनाथ गाडे की मौत हो गई, जबकि उनके बेटे गोपाल गाडे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अकोला ले जाया गया है। उनकी हालत गंभीर बताई गई है। शेलोडी निवासी रघुनाथ गाडे और पवन दशरथ बनैत के परिवार के बीच पिछले कुछ दिनों से पुराना विवाद चल रहा है। इस विवाद के चलते पवन बनैत ने रघुनाथ गाडे को 'एक दिन जान से मारने की धमकी' दी थी। गाडे और बनई परिवारों के बीच विवाद शांत होने के बजाय और बढ़ गया।
इसी बीच रात में घर के सामने कार पार्क करने की मामूली बात को लेकर दोनों परिवारों के बीच विवाद फिर से भड़क गया। इसी दौरान पवन बनैत ने धारदार हथियार से रघुनाथ गाडे पर बेरहमी से हमला कर दिया। अपने पिता को बचाने आए गोपाल गाडे को भी उसने हथियार से पेट में वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर गाडे परिवार ने घायलों को खामगांव के उप-जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया। रघुनाथ गाडे की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि गोपाल गाडे की हालत गंभीर होने के कारण उसे आगे के इलाज के लिए अकोला स्थानांतरित कर दिया गया। उसकी हालत गंभीर है और डॉक्टर उसकी जान बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
इस मामले में मृतक रघुनाथ गाडे के भतीजे मनोहर गाडे ने खामगांव ग्रामीण पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। खामगांव ग्रामीण पुलिस ने चार आरोपियों पवन दशरथ बनैत, मनोरमा दशरथ बनैत, दशरथ आत्माराम बनैत और मोहन दशरथ बनैत के खिलाफ मामला दर्ज किया है। भारतीय दंड संहिता, 2023 की धारा 118(2), 351(2)(3), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच उपनिरीक्षक रांची पुसाम द्वारा की जा रही है। इस घटना से शेलोडी गांव में तनाव पैदा हो गया है और खामगांव ग्रामीण पुलिस स्थिति पर नजर रख रही है।
इस बीच, रघुनाथ गाडे के शव को उनके रिश्तेदारों और शेलोडी के कुछ ग्रामीणों के साथ खामगांव ग्रामीण पुलिस स्टेशन में रखा गया। वे सभी शव को नीचे रखकर लगभग आधे घंटे तक वहीं बैठे रहे। गुस्साए रिश्तेदारों ने घटनास्थल से न हटने तथा हमले के सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक अंतिम संस्कार न करने का दृढ़ निश्चय व्यक्त किया। हालांकि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और खामगांव ग्रामीण पुलिस स्टेशन के अधिकारियों के समझाने के बाद, परिजनों ने लगभग आधे घंटे के बाद अघोषित विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया। इसके अलावा रिश्तेदार रघुनाथ गाडे के पार्थिव शरीर को लेकर शेलोडी के लिए रवाना हो गए। इससे पुलिस ने राहत की सांस ली।

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