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Nagpur: नागरिकों की खून-पसीने की कमाई डूबी, पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू


नागपुर: इंदौरा स्थित उत्थान नागरी सहकारी पत संस्था में करोड़ों के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। साढ़े चार करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा होते ही जरीपटका पुलिस ने संस्था के अध्यक्ष और 20 संचालकों समेत कुल 21 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज किया है जिसमें आगे की जांच की जा रही है। 

यह कार्रवाई लेखा परीक्षक नारायण गाधेकर की शिकायत पर की गई है। उनकी रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 से 2023 के बीच एफडी और बचत योजनाओं के नाम पर आम नागरिकों से करोड़ों रुपये जमा कराए गए, लेकिन वह राशि नियमानुसार निवेशकों को वापस नहीं की गई।

घोटाले में शामिल लोगों में संस्था के अध्यक्ष महेंद्र जनार्दन राऊत और संचालक मंडल के अन्य 20 सदस्यों के नाम सामने आए हैं। बताया गया है कि इन सभी ने एजेंटों की मदद से नागरिकों का भरोसा जीतकर उनसे पैसा जमा कराया और फिर उस रकम का इस्तेमाल संस्था के बजाय निजी लाभ के लिए किया गया। जब निवेशकों को तय समय पर राशि नहीं मिली, तो उन्होंने संबंधित अधिकारियों से शिकायत की। 

इसके बाद विशेष लेखा परीक्षक ने संस्था की गहराई से जांच की और बड़ी अनियमितताओं की पुष्टि की। फिलहाल पुलिस ने दस्तावेजी साक्ष्य एकत्र करना शुरू कर दिया है, और मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की कानूनी प्रक्रिया तेज कर दी है। इस घोटाले से निवेशकों में जबरदस्त आक्रोश है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि सभी दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो और उनकी जमा रकम वापस दिलाई जाए।