शलार्थ आईडी घोटाले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, शिक्षा अधिकारी सिद्धेश्वर कालूसे, रोहिणी कुंभारे गिरफ्तार
नागपुर: शालार्थ आईडी घोटाला मामले में महाराष्ट्र पुलिस विभाग ने नागपुर में गठित एक विशेष जांच दल (एसआईटी) को राज्य भर में फर्जी शिक्षक नियुक्तियों और सरकार के शालार्थ पोर्टल के दुरुपयोग से जुड़े घोटाले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। अब विशेष टीम और पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शिक्षा अधिकारी सिद्धेश्वर कालूसे और रोहिणी कुंभारे को गिरफ्तार किया है।
नागपुर विभाग के कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, शिक्षा उपनिदेशक शिकायतकर्ता रविन्द्र ज्ञानेश्वर पाटिल की शिकायत पर साइबर पुलिस ने सिद्धेश्वर कालूसे और रोहिणी कुंभारे के खिलाफ ऑनलाइन शालार्थ प्रणाली का दुरुपयोग करके लोगों के लिए शालार्थ आईडी के फर्जी ड्राफ्ट तैयार करके सरकार को वित्तीय रूप से धोखा देने के आरोप में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इससे पहले शालार्थ आईडी घोटाले में कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपियों में तीन विभागीय उप शिक्षा निदेशक, एक शिक्षा अधिकारी, चार क्लर्क, दो प्रधानाचार्य और स्कूल संस्थान का एक निदेशक शामिल हैं। अब जिला परिषद नागपुर के दो और स्कूल शिक्षा अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी सिद्धेश्वर श्रीराम कालूसे शिक्षा अधिकारी के पद पर वर्ष 2024 से कार्यरत थे। उनके कार्यकाल में कुल 154 नए शिक्षक/शिक्षकेतर कर्मचारियों के मूल वेतन आदेश जारी न होने पर भी, कालूसे ने अपने आर्थिक लाभ के लिए वेतन निकालने की प्रक्रिया लागू की। ऐसे ही दूसरी आरोपी रोहिणी विठोबा कुंभार ने वर्ष 2022 से 2024 तक शिक्षा अधिकारी के पद पर कार्यरत रहते हुए, अपने कार्यकाल में कुल 244 नए शिक्षक कर्मचारियों के मूल वेतन आदेश जारी न होने पर भी वेतन निकालने की प्रक्रिया लागू की।
इन दोनों शिक्षण अधिकारियों के इस घोटाले के चलते सरकार को अनुमानतः 100 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। साइबर पुलिस और विशेष जांच टीम इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
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