शालार्थ आईडी घोटाले में गिरफ्तारी का दौर जारी, पुलिस ने तीन सहायक शिक्षकों को किया गिरफ्तार

नागपुर: नागपुर शहर के सायबर पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन सहायक शिक्षकों को फर्जी शालार्थ आईडी के माध्यम से सरकारी वेतन प्राप्त करने के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोपी शिक्षकों पर सरकार को करीब 25 लाख से अधिक की आर्थिक हानि पहुँचाने का आरोप है।
फरियादी रविंद्र ज्ञानेश्वर पाटील, कनिष्ठ प्रशासन अधिकारी, विभागीय शिक्षण उपसंचालक कार्यालय, नागपूर विभाग, की शिकायत पर यह मामला सायबर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सतीश विजय पवार (34) सहायक शिक्षक, निवासी शाहूनगर, मानेवाडा, प्रज्ञा विरेंद्र मुले (38 वर्ष) सहायक शिक्षिका, निवासी सुर्योदय नगर, म्हालगीनगर, भूमिका सोपान नखाते (39 वर्ष) – सहायक शिक्षिका, निवासी सर्वश्री नगर, दिघोरी का समावेश है।
पुलिस जांच में सामने आया कि इन सभी ने शालार्थ प्रणाली का दुरुपयोग करते हुए फर्जी ID के माध्यम से नियुक्ति प्राप्त की। इसके पश्चात आरोपी सतीश विजय पवार ने अगस्त 2023 से तथा आरोपी प्रज्ञा मुले और भूमिका नखाते ने जून 2024 से नियमित वेतन प्राप्त करना शुरू किया, जिससे सरकार को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।
अब तक इस मामले में विभागीय शिक्षण उपसंचालक, शिक्षण अधिकारी, लिपिक, शाला मुख्याध्यापक और संचालक समेत कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। ताजा गिरफ्तारियों के साथ यह संख्या 17 हो गई है। सायबर पुलिस की जांच जारी है, और इसमें और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

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