Gondia: तीन साल के बच्चे पर तेंदुए ने किया हमला, 50 मीटर तक घसीटा, ग्रामीणों के चिल्लाने से बची जान, गोठनगांव की घटना

गोंदिया: अर्जुनी मोरगांव तहसील के अंतर्गत गोठनगांव में एक घर की छत पर खेल रहे तीन साल के बच्चे पर तेंदुए हमला कर उसे करीब 50 मीटर तक घसीटा। ग्रामीणों के चिल्लाने पर तेंदुआ बच्चे को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया और बच्चे की जान बच गई।
गोठनगांव के दयाराम साखरे का तीन वर्षीय भांजा मृदुल नंदेश्वर मंडई के अवसर पर अपने माता-पिता के साथ गांव आया था। रविवार शाम करीब 7 बजे मृदुल मामा के घर की छत पर खेल रहा था, जबकि परिवार अपने काम में व्यस्त था।
इसी बीच तेंदुआ साखरे के घर में घुस आया और छत पर खेल रहे मृदुल को गर्दन से पकड़कर घसीटकर ले गया। मृदुल के रोने की आवाज सुनकर रंजीत साखरे दौड़ते हुए आये और जोर-जोर से चिल्लाने लगे। रंजीत की आवाज सुनकर पड़ोसी और ग्रामीण दौड़कर आए। उन्होंने ने भी चिल्लाना शुरू किया और लाठियां से हमला कर किया। तब जाकर तेंदुआ मृदुल को छोड़कर जंगल की ओर भाग गया।
गोठनगांव वन क्षेत्र से सटा हुआ है इसलिए इस क्षेत्र में हमेशा जंगली जानवरों की आवाजाही होती रहती है। इस इलाके में पिछले कई दिनों से तेंदुआ घूम रहा है। यह तेंदुआ रात के समय गांव में घुसने के लिए जाना जाता है। अब तेंदुए द्वारा बच्चे को उठाकर ले जाने की इस घटना से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। ग्रामीण तेंदुए का बंदोस्बस्त किए जाने की मांग कर रहे हैं।
तेंदुए ने मृदुल की गर्दन पकडा था, जिससे उसे चोटें आई हैं। बच्चे को तुरंत गोठनगांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया और आगे के इलाज के लिए अर्जुनी मोरगांव के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसका इलाज चल रहा है और उसकी हालत खतरे से बाहर है।
ग्रामीणों ने घटना की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला गोठनगांव पहुंचा। वन विभाग जानकारी लेकर गांव में उचित स्थानों पर कैमरा ट्रैप लगाकर तेंदुए को कैद करने का प्रयास कर रहा है।

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