राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का फिर विवादित बयान, छत्रपति शिवाजी महाराज की तुलना नितिन गडकरी से की

औरंगाबाद: राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और विवाद एक ही सिक्के के दो पहलू बन गये हैं. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी समय-समय पर कुछ बयान देते हैं और इससे विवाद पैदा होता है। उसके बाद उन्हें इस पर माफ़ी मांगनी पड़ती है। शनिवार को कोश्यारी ने फिर एक बयान दिया जिस पर नया विवाद छिड़ गया है। उन्होंने कहा कि, छत्रपति शिवाजी महाराज पुराने जमाने के आदर्श थे। लेकिन मौजूद समय में नितिन गडकरी रोल मॉडल हैं।
राज्यपाल बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे। इस मौके पर एनसीपी नेता शरद पवार और बीजेपी नेता नितिन गडकरी को राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने डिलिट की उपाधि से नवाजा। इस अवसर पर बोलते हुए, राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने नितिन गडकरी की सीधे तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के कर दी।
राज्यपाल ने कहा, जब हम स्कूल में पढ़ते थे। तो हम अपने शिक्षकों से पूछते हैं कि आपका पसंदीदा नेता कौन है? फिर सुभाष चंद्र बोस को पसंद करने वाले, गांधीजी को पसंद करने वाले और नेहरू को पसंद करने वाले उनका नाम लेते थे। मुझे लगता है कि अब आपसे किसने पूछा कि आपका आइकन कौन है? आपका पसंदीदा नेता कौन है? इसलिए आपको बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आपकी मुलाकात महाराष्ट्र में ही होगी। शिवाजी महाराज पुराने जमाने के हैं। मैं आधुनिक समय की बात कर रहा हूं। आप इसे यहां पा सकते हैं। डॉ. अंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक आप सब यहीं मिलेंगे।"
प्रधानमंत्री बुलाएं राज्यपाल को वापस
राज्यपाल का बयान आते ही विरोध शुरू हो गया है। संभाजी ब्रिगेड, एनसीपी सहित तमाम नेता राज्यपाल कोशियारी का विरोध कर रहे हैं। वहीं छत्रपति के वंशज छत्रपति संभाजी राजे भोसले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्यपाल को महाराष्ट्र से हटाने की मांग की है। ज्ञात हो कि, यह पहली बार नहीं है जब कोश्यारी के बयान पर विवाद हुआ है। इसके पहले भी उन्होंने छत्रपति पर कुछ कहा था। जिस पर राज्यभर में उनका विरोध हुआ था।

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