मुख्यमंत्री फडणवीस ने महिलाओं को बांटें ई-रिक्शा, कहा- महिलाओं की सुरक्षा और शक्षम बनाने में महत्वपूर्ण पहल

नागपुर: महाराष्ट्र सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई फैसले लिए हैं और इसका प्रभावी क्रियान्वयन जारी है। मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने रविवार को कहा कि, "महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से महिलाओं के लिए महिलाओं के लिए संचालित पिंक ई-रिक्शा योजना के माध्यम से महिला सशक्तिकरण और उनकी सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। उन्होंने लाभार्थी महिला के गुलाबी ई-रिक्शा में यात्रा कर महिलाओं को रचनात्मक आत्मविश्वास भी दिया।
रविवार को योजना भवन में राज्य सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस द्वारा पिंक ई-रिक्शा योजना के तहत नागपुर जिले की 50 पात्र महिला लाभार्थियों को पिंक ई-रिक्शा वितरित किए गए, जहां मुख्यमंत्री बोल रहे थे। इस दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे, राज्य मंत्री मेघना बोर्डीकर, विधायक संदीप जोशी, अनुप कुमार यादव, महिला एवं बाल विकास आयुक्त नयना गुंडे, कलेक्टर डॉ.विपिन इटनकर, महामेट्रो के प्रबंध निदेशक श्रवण हार्डिकर और अन्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है और विभिन्न योजनाओं के माध्यम से यह कार्य प्रभावी ढंग से चल रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने महत्वाकांक्षी योजना पिंक ई-रिक्शा के माध्यम से जरूरतमंद महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है। साथ ही, इस योजना ने कामकाजी महिलाओं को इन ऑटो रिक्शा में बैठकर सुरक्षित यात्रा की गारंटी भी दी है। नागपुर जिले में 50 पात्र लाभार्थी महिलाओं को ई-रिक्शा वितरित किए गए हैं और इस योजना के तहत जिले की 2 हजार महिलाओं को रोजगार प्रदान किया जाएगा।
नागपुर शहर के विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों को फीडर सेवाएं प्रदान करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग और महामेट्रो के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इससे गुलाबी ई-रिक्शा धारकों को उचित रोजगार मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के पर्यटन विभाग समेत अन्य विभागों के साथ भी ऐसे समझौते कर इन महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे।
महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने इस अवसर पर कहा कि, "राज्य सरकार ने महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए महत्वाकांक्षी गुलाबी ई-रिक्शा योजना शुरू की है। यह योजना राज्य के आठ जिलों में लागू की जा रही है और पहले चरण में अगले छह महीने में पांच हजार रिक्शा वितरित करने का लक्ष्य है। वितरण का पहला चरण नागपुर जिले में 50 पात्र महिला लाभार्थियों को ई-रिक्शा वितरित करके शुरू किया गया है।
इन महिलाओं को कम से कम दस दिन का प्रशिक्षण दिया गया है। उनके लिए पांच साल तक रिक्शों के रखरखाव और चार्जिंग की व्यवस्था की गई है। महामेट्रो के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करके इन महिलाओं को फीडर सेवा के तहत ई-रिक्शा सेवाएं प्रदान की जाएंगी और उन्हें रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में हवाई अड्डों और पर्यटन स्थलों पर पिंक ई-रिक्शा सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री फड़नवीस ने प्रतिनिधि तरीके से 11 पात्र महिला लाभार्थियों को ई-रिक्शा की चाबियाँ वितरित कीं।
मुख्यमंत्री ने पिंक-ई-रिक्शा से की यात्रा
कार्यक्रम के बाद, मुख्यमंत्री फड़नवीस ने महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे और राज्य मंत्री मेघना सकोरे बोर्डिकर के साथ नागपुर के सान्याल नगर, टेका नाका नारी रोड में पूजा नरेंद्र वानखेड़े के पिंक ई रिक्शा में यात्रा की। उन्होंने इस गुलाबी ई-रिक्शा की पहली यात्री होने का गौरव हासिल कर महिलाओं को आत्मविश्वास भी दिया।

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