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Nagpur

सरकार में रहते एनसीपी ने किया विदर्भ के साथ अन्याय, अजित पवार बोले- यह हमें बदनाम करें का प्रयास


नागपुर: विदर्भ के साथ हमने कोई अन्याय नहीं किया। यह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने का प्रयास है। जब मैं राज्य का वित्त मंत्री था या जब जल जल संसाधन मंत्री था उस समय हमने विदर्भ की कई योजनों को पूरा करने का काम हमने अपने हाथों में लिया। जनसंख्या के अनुसार जितना फण्ड देना चाहिए उससे ज्यादा फण्ड हमने दिया है। इसलिए यह कहना कि हमने विदर्भ के साथ अन्याय किया यह पूरी तरह गलत है। शीतकालीन सत्र के पहले विपक्ष के आयोजित पत्रकारवार्ता में पूछे सवाल पर जवाब देते हुए विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने यह बात कही।

पत्रकार ने क्यों पूछा था सवाल?

प्रेससवार्ता के दौरान पत्रकार ने पूछा कि, राज्य में एनसीपी बड़ी मजबूत पार्टी है। कई सालों तक सत्ता में भी रही। लेकिन इसके बावजूद विदर्भ में एनसीपी को जनता मतदान करने के लिए तैयार नहीं है। जनता के मन में यह भावना बन गई है कि, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और उनके नेताओं ने सत्ता में रहते हुए विकास के लिए निधि उपलब्ध नहीं कराई। इस भावना को कैसे बदलेंगे।"

हमारे खिलाफ दुष्प्रचार?

पवार के कहा कि, "मेरे जल संसाधन मंत्री रहते और जयंत पाटिल के वित्त मंत्री रहते हमने विदर्भ के करोडो रुपये की परियोजनाओं को हाथ में लिया। यही नहीं इनमें मेरी बदनामी तक करने का प्रयास किया गया। हम उसपर सुधार कर मान्यता दे रहे थे। हम लगातार कामों को मंजूरी दे रहे थे। उसको लेकर ऊपरी सदन में नितिन गडकरी, बीटी देशमुख सहित नेताओं ने जिस हिसाब से मांग की थी उसके अनुसार मान्यता दी थी।" उन्होंने आगे कहा, "इन्होने कहा कि, हवा में कीमते बढ़ गई। इसके कारण कैबिनेट में यह सब जाने लगी।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा, "कोई भी परियोजना पांच से सात साल आगे बढ़ जाता है तो उसकी कीमत दोगुनी हो जाती है। इसके बाद भी करोडो रूपये के कामों को मंजूरी दी जारही है। इसमें विदर्भ के अंदर आने वाली परियोजना भी शामिल है। लेकिन अब कैबिनेट की मान्यता होने के कारण इस पर कोई बोलने के लिए तैयार नहीं है।"

उन्होंने आगे कहा, "अगर किसी मंत्री ने फैल जल्दी क्लियर नहीं की तो कहते है देखो फाइल पर बैठा हुआ है, केवल समय काट रहा है। ऐसा आरोप लगते थे। वहीं अगर जल्दी फ़ाइल क्लियर कर दी तो कहते है क्या जल्दी थी? ऐसा कहते हैं।  हम काम करते हुए चाहे विदर्भ हो, मराठवाड़ा हो हम कभी भेदभाव की भावना लाते नहीं है। बल्कि इसके अनुरूप काम करते हैं कि, जल्द से जल्द कैसे ये परियोजना पूरी हो इसको लेकर मिलकर काम करते हैं।

फडणवीस राज में कितने काम हुए पुरे?

भेदभाव के मुद्दे पर भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि, "2014-2019 जब देवेंद्र फडणवीस की सरकार में वित्त मंत्री, पर्यावरण मंत्री, ऊर्जा मंत्री सहित सभी प्रमुख नेता विदर्भ के थे। लेकिन उस समय भी कितने प्रोजेक्ट पूरे हुए। इसकी भी जानकारी लेनी चाहिए।"

उन्होंने कहा, "2019-22 तक जो नौ साल पहले वित्त मंत्री थे, वह जल संसाधन मंत्री थे। उस समय भी हमने यह प्रयास किया की तय समय पर परियोजनाओं को पूरा कर किया जाए। हम पर जो आरोप लगाया गया वह पूरी तरह बेबुनियाद है। हम जब काम करते हैं, उस समय नीचे से लेकर ऊपर तक सर्वश्रेष्ठ महाराष्ट्र बने इसको लेकर काम करते हैं।"