28 हजार गांव में एक साल के अंदर बीएसएनएल का 4जी नेटवर्क, ढाई साल में 5जी

नागपुर: ग्रामीण क्षेत्रों में संचार व्यवस्थाको मजबूत करने के केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। जिसके तहत आने वाले एक साल में 28 हजार गांव जहां कोई भी संचार कंपनी का नेटवर्क उपलब्ध नहीं है, वहां 4जी सेवा उपलब्ध कराएगी। इस बात की जानकारी बीएसएनएल (दिल्ली) के निदेशक (मानव संसाधन) अरविंद वडनेरकर ने आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
महाराष्ट्र के 4900 गांव होंगे शामिल
वडनेरकर ने कहा कि, "आज भी कुछ पिछड़े गांवों सहित देश के नक्सल प्रभावित, दूरदराज के इलाकों के कुछ आदिवासी पहाड़ों, गांवों में कंपनी का मोबाइल नेटवर्क नहीं है। बीएलएनएल ने इस गांव के नागरिकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए केंद्र सरकार के निर्देश पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके मुताबिक महाराष्ट्र के 4 हजार 900 गांवों समेत देश के 28 हजार गांवों में बीएसएनएल की 4जी नेटवर्क सेवा शुरू होगी।"
डेढ़ साल में देश भर में 5जी नेटवर्क
बीएसएनएल निदेशक ने कहा, "बीएसएनएल ने स्वदेशी रूप से 4जी नेटवर्क सेवा के लिए सभी सामग्रियों और प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है। इससे 4जी सेवाओं के लॉन्च में देरी हुई। लेकिन, अब 'अपग्रेड' की सुविधा से '4जी' सेवा शुरू होने के बाद एक से डेढ़ साल के भीतर '5जी' सेवा शुरू की जा सकेगी।"
25 हजार करोड़ रुपये रूपये होगी आमदनी
उन्होंने आगे कहा, “बीएसएनएल के पास वर्तमान में देश के कुल मोबाइल ग्राहकों का 10 प्रतिशत हिस्सा है। देश भर में '4जी' नेटवर्क शुरू होने के बाद यह हिस्सा तेजी से 15 प्रतिशत से ऊपर बढ़ने की उम्मीद है। ऐसे में उम्मीद है कि 'बीएसएनएल' की आय मोबाइल से ही करीब 20 से 25 हजार करोड़ रुपये हो जाएगी।”

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