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Nagpur

21 महीने मुझे और परिवार को किया गया प्रताड़ित, अनिल देशमुख ने कहा- किसका था अदृश्य हाथ जल्द चलेगा पता


नागपुर: एक अपराधी के बयान पर मुझे 14 महीने से ज्यादा जेल में रखा गया। इस दौरान लगातार मेरे और मेरे परिवार को प्रताड़ित किया गया। जहां मुंबई हमलो के आरोपी कसाब को रखा गया वहीं मुझे रखा गया। लेकिन आज मुझे न्याय मिला इसके लिए मै अदालत को धन्यवाद देता हूँ। शनिवार को नागपुर पहुंचे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने अपने आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए यह बात कही। ज्ञात हो कि, देशमुख  21 महीने के बाद नागपुर पहुंचे हैं। 

देशमुख ने कहा, “मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुझपर झूठे आरोप लगाए। एंटीलिया और मनसुख हिरेन हत्याकांड के बाद मुझे पता चला की सिंह कुछ छुपा रहे हैं। इसलिए पहले तो उनका ट्रांसफर किया गया और फिर उन्हें सस्पेंड किया गया। वहीं इस कांड में सचिन वझे का भी हाथ सामने आया जिस पर कार्रवाई करते हुए मैंने उसे नौकरी से निकाल दिया।”

उन्होंने आगे कहा, “खुद पर हुई कार्रवाई करने के कारण दोनों एक हुए और मुझ पर यह आरोप लगाया। इस दौरान देशमुख ने यह भी कहा कि, किया की उनके पीछे किसका अदृश्य हाथ है इसकी जानकारी मुझे धीरे-धीरे मिलेगी।”

एक भी आरोप के कोई सबूत नहीं 

देशमुख ने कहा, "मुझ पर 100 करोड़ का आरोप लगाया गया। जब कोर्ट में पंहुचा तो यह आरोप एक करोड़ का पहुंच गया। इसको लेकर अभी तक कोई साबुत नहीं मिले हैं। वहीं सचिन वझे को अदालत ने अपराधी बताया है। उसके ऊपर हत्या के दो मामले दर्ज हैं। 2004 में उसे गिरफ्तार करने के साथ 16 साल उसे सस्पेंड भी किया गया। वहीं 2020 में मनसुख हिरेन हत्याकांड में उसे गिरफ्तार किया गया। एक अपराधी के बयान पर मुझे गिरफ्तार किया है। लेकिन अदालत ने उसके बयान पर विश्वास करने से इनकार कर दिया।" 

पहले दिन से पार्टी मेरे साथ 

देशमुख ने कहा कि, “जब से मुझपर यह आरोप लगा मेरी पार्टी और हमारे प्रमुख शरद पवार पहले दिन से मेरे और मेरे परिवार के साथ खड़े रहे। जब मुझे गिरफ्तार किया तब पार्टी प्रमुख पहले व्यक्ति थे जिसने मेरे परिवार को ढाढस बंधाया। इसी के साथ प्रफुल पटेल, अजित पवार, सुप्रिया सुले सहित तमाम पार्टी के नेता और कार्यकर्ता मेरे परिवार के साथ खड़े रहे। जिसके कारण मेरा परिवार इतने प्रताड़ना के बावजूद मजबूती से खड़ा रहा।”