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Nagpur

शहर की कचरा संकलन व्यवस्था लड़खड़ाई, बाहरी इलाकों में नहीं पहुंच रही गाड़ियां


नागपुर: विकास के साथ ही नागपुर शहर कई नई चुनौतियों और समस्याओं से जूझ रहा है। शहर का तेजी से विस्तार हो रहा है ऐसे में शहर के आउटर भाग कई तरह की दिक्कतों से जूझ रहे है। एक सबसे बड़ी समस्या नियमित रूप से घरों से होने वाले कचरे के संकलन को लेकर है.आउटर भाग में रहने वाले नागरिक महानगर पालिका को टैक्स तो दे रहे है लेकिन उन्हें वो सुविधाएं नहीं मिल रही है जो मिलनी चाहिए। लोगों के घरों से नियमित रूप से कचरे का संकलन करने में भी नागपुर महानगर पालिका फेल दिखाई दे रही है।

हफ्तों-हफ्तों नहीं आती गाड़ियां 

नागपुर महानगर पालिका ने शहर में कचरा संकलन व्यवस्था सुचारु हो सके इसके लिए दो एजेंसी बीवीजी इंडिया, एगी एनवायरो इंफ़्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड काम कर रही है। दोनों के बीच शहर के पांच-पांच जोन का बटवारा किया गया है। इस निर्णय के पीछे मकसद यह था कि, एक ओर जहां हर इलाको से कचरा उठाया जा सके गा। वहीं दूसरी तरफ शहर को स्वच्छ रखने में भी मदद मिलेगी। हालांकि, हकीकत यह है कि, दोनों कंपनियों के हिस्से में आने वाले क्षेत्रों में  हफ़्ते-हफ़्ते भर कचरे की गाड़ी नहीं पहुंच रही, जिस वजह से नागरिकों के घरों में गन्दगी का अम्बार लगा रहता है। 

स्वच्छता की जनजागृति अभियान

नागपुर महानगर पालिका शहर को स्वच्छ रखने के लिए लगातार अभियान चला रहा है। जिसमें पेंटिंग कॉम्पिटिशन, जागरूकता अभियान शामिल है। इसी के साथ मनपा कई अन्य तरह से अभियान चलाकर स्वच्छता का संदेश दे रही है। इसी के साथ पुरस्कारों के रूप में भी करोडो रूपये खर्च कर रही। लेकिन इसके बावजूद उसके दावे केवल दावे दिखाई दे रहे हैं। 

भाजपा नेताओं के इलाकों में स्वच्छता नहीं 

भाजपा के पूर्व नगरसेवक धर्मपाल मेश्राम का प्रभाग का बड़ा हिस्सा आउटर में ही आता है।उनके ही प्रभाग में शहर का डम्पिंग यार्ड भी आता है। खास यह है की इसी डम्पिंग यार्ड के आस पास के इलाकों से भी कचरा संकलन कंपनी नियमित तौर से कचरा नहीं उठा पा रही है। जिसके कारण वह भी शिकायत कर रहे हैं। 

प्रशासक नहीं निभा रहे जिम्मेदारी

वहीं इस पर जब उनसे बात की गई तो उन्होंने कहा कि, मनपा में पिछले एक साल से प्रशासक का राज है। कचरा उठाने के लिए दो कंपनियों को तैनात किया गया है, लेकिन वह अपना काम करती नहीं दिखाई दे रही है। यह प्रशासक की जिम्मेदारी है की वह शहर को स्वच्छ रखे। लेकिन वह अपनी जिम्मेदारी निभाते नहीं देख रहे। 

रद्द किया जाए करार 

शहर कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक विकास ठाकरे ने कचरा संकलन को लेकर मनपा को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि, "जिन कम्पनियाँ को कचरा संकलन का काम दिया गया, उन पर किसी का नियंत्रण नहीं है। शहर में घुसते ही केवल कचरे के ढेर दिखाई देते हैं।" उन्होंने आगे कहा, "ये कंपनियां लगातार घोटाला कर रही हैं, कचरे में मिट्टी मिलकर मनपा से पैसे ले रही है। लेकिन इनपर कार्रवाई करने के बजाय इन्हे बचाया जा रहा है।"  इसी के साथ ठाकरे ने प्रशासक से कंपनियों के खिलाफ एफआईआर दर कर इनका करार रद्द करने की मांग की है।