Nagpur Flood: नुकसान को देखने पहुंचे केंद्रीय मंत्री गडकरी, बोले- भविष्य में दोबारा ऐसा न हो इसकी करेंगे उपाय योजना
नागपुर: शहर में शुक्रवार रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालत बन गए। शहर के सभी प्रमुख क्षेत्र पानी में डूबे हुए दिखाई दिए। इस दौरान जहां दो लोगों की मौत, वहीं 350 से ज्यादा लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पार पहुंचाया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बारिश से हुए नुकसान जा जायजा लेने के लिए अंबाझरी ओवरफ्लो पॉइंट पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, भारी बारिश में शहर में बाढ़ जैसे हालत नहीं बने ऐसे उपाय किये गए, लेकिन उसके बावजूद स्थिति बनी। भविष्य में दोबारा ऐसा न हो इसकी योजना करेंगे।"
केंद्रीय मंत्री गडकरी के साथ मनपा आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी, एनआईटी चेयरमैन सूर्यवंशी, मनपा अतिरिक्त आयुक्त गोयल, विधायक प्रवीण दटके, पूर्व महापौर संदीप जोशी, सहित बड़ी संख्या में अधिकारी और नेता मौजूद रहे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "छह घंटे में 171 मिमी से ज्यादा बारिश हुई। पिछले 15-20 सालों में यह पहली बार ऐसा हुआ है। अभी तक ऐसा था कि, अंबाझरी कभी ही भरता है। लेकिन पिछली रात जो बारिश हुई, जो बेहद अकल्पनीय थी। हर साल नाग नदी को साफ किया जाता है। लेकिन इस बार जो बारिश हुई उसके आगे सब नाकाफी हुई। अंबाझरी में पानी को ऐसे स्टोर किया जा सकता है इसको लेकर टेक्नीकल सर्वे कराया जाएगा, जिससे जितनी भी बारिश आये उसके कारण बाढ़ जैसे हालत न बने।"
गडकरी ने कहा, "केंद्र सरकार ने जायका के साथ मिलकर 2400 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, जिसे नाग नदी का विकास किया जा सके। फ़िलहाल इस प्रोजेक्ट में कंसल्टेंट नियुक्त करने की कार्रवाई की जा रही है। आने वाले तीन चार महीनो में इसकी शुरुआत हो जाएगी। विकास के साथ यह भी काम किया जाएगा की नाग नदी में कितना भी पानी आए लेकिन उसके कारण आज जैसे स्थिति उत्पन्न न हो इसका काम किये जाएगा।"
तत्काल लोगों को मदद करने का प्रयास
आज हुई बारिश के कारण जन सहित धन हानि हुई है। वर्तमान में नागरिकों को जो तत्काल क्या सहायता दी जा सकती है, उसपर काम किया जारहा है। भविष्य में यह दोबारा ऐसा न हो इसको लेकर लॉन्ग टर्म योजना बनाने की जरुरत है। जिसमें सभी
शहर की ड्रेनेज व्यवस्था ठीक करने का प्रयास
शहर के ड्रेनेज व्यवस्था पर निराशा जताते हुए लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा, "शहर में बहुत दिक्क़ते हैं, आज तक उसका वैज्ञानिक और तकनीकी तौर पर कोई जांच नहीं हुई है। जायका की तरफ से जो प्रोजेक्ट होने वाला है, उसमें तीन विधानसभा क्षेत्रों का ड्रेनेज सिस्टम प्लान तैयार कर लिया गया है। लेकिन फिर ऐसा हुआ की शहर का उसी उसी कंपनी से शहर के ड्रेनेज सिस्टम का मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। जिसका खर्चा मनपा और एनआईटी द्वारा किया जाएगा।"
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