मौसम विभाग ने भारी बारिश की भविष्यवाणी; जिला प्रशासन ने सोमवार को स्कूल, कॉलेजों में छुट्टी की घोषित

नागपुर: उपराजधानी नागपुर में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। जिसके कारण जिले में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। वहीं मौसम विभाग ने सोमवार को भारी बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी और शनिवार को हुई बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने 22 जूलाई को शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्रों के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी है। जिलाधिकारी और डीएम डॉ. बिपिन इटनकर इसको लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी है।
24 घंटे में 309 एमएम बारिश हुई दर्ज
शनिवार को ज़िले में मूसलधार बारिश हुई थी। 24 घंटे में जिले में 309 एमएम बारिश हुई थी, एकेले छह घंटे में 217.4 एमएम बारिश दर्ज हुई। शहर में हुई इस बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ आ गई। वथोड़ा, बेसा, बेलतारोडी, हुदकेश्वर, पिपला क्षेत्र जलमग्न हो गया। यहीं नहीं बारिश का पानी लोगों के घरों में घूस गया। जिसके कारण लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बाढ़ में तीन बहे, दो का शव बरामद
शनिवार को आई बाढ़ में एक बच्चा सहीत तीन लोग बह गए थे, जिसमें से दो का शव बरामद हो चुका है। वहीं बच्चे के शव अभी भी खोजा जा रहा है।भरतवाड़ा पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत मोहनबाबा नगर इलाके में एक नाले के किनारे खेलते समय श्रवण विजय तुलसीकर (12) पानी की धारा में बह गया। लड़के का शव अभी तक नहीं मिला है।
एक अन्य दुर्घटना में, नरेंद्र नगर इलाके में श्रीहरि सोसायटी की मानसिक रूप से बीमार महिला सुधा विश्वेश्वरराव वेरुलकर (85) पास के नाले की बाढ़ देखने के लिए बेलतरोड़ी से बेसा जाते समय पानी के बहाव में बह गईं।
विदर्भ के छह जिले बाढ़ से प्रभावित
नागपुर सहीत विदर्भ के अन्य जिलों में भी बारिश जारी है। भंडारा, गढ़चिरोली, वर्धा, गोंदिया लागातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिती बनी हुई है। शहरी सहीत ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों में पानी जमा हुआ है। वहीं हजारों हेक्टर फसल पुरी तरह बर्बाद हो गई है। पीड़ितों ने सरकार से जल्द से जल्द मदद की मांग की है।
सहित विदर्भ

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