ओपन प्लाट धारकों के मालिकों का पता लगाने में नागपुर मनपा के छूट रहे पसीने

नागपुर:नागपुर महानगर पालिका ने संपत्ति कर की वसूली के लिए शहर के ओपन प्लाट पर ध्यान केंद्रित किया है.शहर में 75 हजार से अधिक ओपन प्लाट है जिनका सम्पत्ति कर वर्षो से बकाया है.कर वसूली की कार्रवाई को सख्त करते हुए महानगर पालिका ने 794 प्लाट को जब्त भी किया है.बीते दिनों कर संकलन की बैठक में मनपा ने अपने सभी जोन को यह निर्देश दिया है की वह शहर के सभी खाली प्लाट धारकों पर पता लगाए और उनसे बकाये संपत्ति कर की वसूली की जाये।
नागपुर महानगर पालिका में प्रशासक का राज है.इस दौर में जनप्रतिनिधियों का कोई हस्तक्षेप नहीं है इसलिए प्रशासनिक तौर पर काम में तेजी भी देखि जा रही है.सम्पत्ति कर की वसूली में महानगर पालिका का परफॉर्मेंस पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर दिखाई दे रहा है.लेकिन बकाये की राशि की तुलना में रिकव्हरी बेहद कम है.सम्पत्ति कर की वसूली के लिए महानगर पालिका ने ओपन प्लाट पर अपना लक्ष्य केंद्रित किया है जिसके तहत सभी ज़ोन कार्यलयो को इस काम में खास ध्यान देने का निर्देश दिया गया है.
नागपुर शहर में 75 हजार से अधिक ओपन प्लाट है जिस पर करीब 300 करोड़ रूपए से अधिक का कर बकाया है.महानगर पालिका को इन प्लाट के असली मालिकों तक पहुंचने में भी दिक्कत हो रही है.इस वित्तीय वर्ष में नागपुर महानगर पालिका ने 6331 प्लाट धारकों से करीब पांच करोड़ रूपए की वसूली की है.जबकि 794 प्लाट जप्त किये गए है.मनपा के कर विभाग के मुताबिक कर वसूली को लेकर अपनाई गई सख़्ती के चलते इस वर्ष सम्पत्ति कर की अच्छी वसूली होगी। भेजे गए सम्पत्ति कर में करीब 2600 ऑब्जेक्शन आये थे जिन्हे सुधारित डिमांड भेजी गई है.
मनपा के पास में जो आपत्तियां आयी थी उसमे कहा गया था की उनके प्लाट पर न सीवर लाइन है और न ही नल लाईन फिर भी डिमांड में उसके शुल्क जोड़े गए है.मनपा के सहायक आयुक्त मिलिंद मेश्राम में बताया की इस ऑब्जेक्शन की जाँच में इन्हे सही पाया गया है जिसके बाद अब सुधारित डिमांड नोट भेजी जा रही है.

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