आतिशबाजी के दौरान बिजली उपकरणों से सुरक्षा जरूरी; महावितरण की उपभोक्ताओं से सावधानी से दिवाली मानाने की अपील
नागपुर: दिवाली की शुरुआत हो चुकी है। त्योहार के दौरान विद्युत सजावट, प्रकाश व्यवस्था के साथ-साथ आतिशबाजी के दौरान हमेशा से ही किसी बड़ी अनहोनी की आशंका बनी रहती है. ऐसे में सार्वजनिक बिजली प्रणालियों के अलावा, घरेलू प्रकाश व्यवस्था वाले विद्युत उपकरणों से सावधान रहना ज़रूरी हो जाता है। इस बीच महावितरण की ओर से भी बिना किसी प्रकार का जोखिम उठाए और बिजली सुरक्षा का ध्यान रखते हुए दिवाली का त्योहार सावधानी से मनाने की अपील की गई है।
सार्वजनिक बिजली उपकरणों से बनाएं दूरी
महावितरण की बिजली व्यवस्था सार्वजनिक स्थानों पर स्थित है. इसमें बिजली लाइन, फीडर, फीडर पिलर आदि व्यवस्थाएं खुली होने के कारण पटाखे फोड़ते समय उनसे सुरक्षित दूरी बनाकर रखनी चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए कि आतिशबाजी के दौरान सार्वजनिक बिजली व्यवस्था में आग लगने का कोई खतरा न हो। बिजली पोल और ट्रांसफ़ॉर्मर के पास तो ना पटाखे फोड़ने चाहिए और ना ही इस स्थान पर पटाकों का कचरा फेका जाना चाहिए. रॉकेट जैसे पटाखे बिजली लाइनों के नीचे नहीं जलाने जाने चाहिए. रॉकेट के बिजली लाइनों को छूने से बड़ी आग लगने के आसार होते है. ऐसे में पटाखे हमेशा खुले स्थानों पर ही फोड़ने चाहिए चाहिए।
रखें इन बातों का ध्यान
दिवाली मनाते समय घरेलू बिजली उपकरणों से भी सावधान रहना चाहिए। घर या भवन में रोशनी के लिए यह सुनिश्चित कर लें कि लैंप की विद्युत वायरिंग अच्छी गुणवत्ता की हो। यदि बिजली के तार, लैंप, सॉकेट अच्छी गुणवत्ता के नहीं हैं, तो यह खतरे का कारण बन सकते हैं। घर या भवन की उचित अर्थिंग की जांच करानी चाहिए। आकाश लालटेन को बाहर स्थापित करते समय टूटे हुए तार का उपयोग करने से बचें या टूटे हुए तार को अच्छी गुणवत्ता वाले इन्सुलेशन टेप से सुरक्षित करें।
यह भी आवश्यक
घरेलू उपकरणों के साथ-साथ, तेल के लैंप को बिजली के आउटलेट से सुरक्षित दूरी पर रखा जाना चाहिए। बिजली के सॉकेट पर अधिक भार न डालें। अक्सर देखा गया है की लोग प्लग के बजाए तारो को माचिस के सहारे बोर्ड में लगा देते है. उस दौरान प्लग में स्पार्किंग होने और आग लगने की सम्भावना रहती है. बिजली के लैंप और आकाश लालटेन के तार को घर की गैलरी में लगी लोहे की जाली या लोहे की सीढ़ी या किसी अन्य लोहे की वस्तु से दूर रखना चाहिए। यह तार एक समान होना चाहिए.
दुर्घटना होने पर यहां मांगे मदद
विद्युत प्रणाली में आग, खतरे या बिजली की विफलता की स्थिति में, महाविद्या के 24 घंटे के कॉल सेंटर के टोल फ्री नंबर 1800-212-3435 या 1800-233-3435 या 1912 पर संपर्क करें।
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