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Nagpur

सैटेलाइट करेगी फसल की निगरानी, किसानों को नुकसान से बचाने सरकार ने लिया बड़ा निर्णय


नागपुर: केंद्र सरकार ने किसानों और उनकी सफल को नुकसान से बचाने के लिए बड़ा निर्णय लिया है। जिसके तहत अब किसानों की खेतो में लगी फसल की निगरानी सैटेलाइट से की जाएगी। इस दौरान अगर किसी आपदा की फसल बर्बाद होती है तो किसानों को बिना किसी मुश्किल से उनके नुकसान के अनुरूप मुआवजा मिलेगा। इस बात की जानकारी देश के वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद ने मंगलवार को दी। हालांकि, शुरुआत में इसे सरकार पायलट प्रोजेक्ट पर शुरू करने वाली है।

राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय इस बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस का आयोजन कर रहा है। मंगलवार को इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो किया गया। इसी कार्यक्रम में शामिल होने सूद नागपुर पहुंचे थे। जहां पत्रकारों से बात करते हुए इस बात की जानकारी दी। 

किसानों को होगा बड़ा फायदा

वर्तमान में कोई भी आपदा आये उसमें बड़ी मात्रा में फसल की बर्बादी होती है। मुआवजा के लिए सरकार नुकसान ग्रस्त फसलों का सर्वे करती है फिर मुआवजा देती है। इस दौरान किसान कई उनके खेतो का सही से सर्वे नहीं करने सहित जितना नुकसान हुआ है उतना नुकसान का सर्वे नहीं करने शिकायत सरकार से करते हैं। लेकिन सेटेलाइट सर्वे से किसानों की सभी शिकायतें दूर हो जाएगी।

एक-एक पेड़ का रहेगा हिसाब

सेटेलाइट के माध्यम से किसान के खेत में लगे एक-एक पेड़ का हिसाब रखेगी। वहीं अगर किसी आपदा में फसल को नुकसान होता है तो सरकार सैटलाइट के माध्यम से किसान के खेत में लगे कितनी फसल का नुक्सान हुआ है इसकी जानकारी उपलब्ध करा देगी। इससे न किसानों को जल्द मुआवजा मिलेगा, बल्कि सरकार भी इस आरोप से दूर रहेगी की सही से सर्वे नही हुआ है। यह सर्वे ऑटोपायलट मोड पर होगा। यह खुद ही पिक्चर ले सकेंगी।

महाराष्ट्र सरकार कर चुकी है शुरुआत

बरसात के मौसम में महाराष्ट्र का विदर्भ क्षेत्र बाढ़ से काफी प्रभावित हुआ था। बाढ़ से प्रभावित किसानों को तुरंत राहत देने के लिए शिंदे-फडणवीस सरकार ने सैटेलाइट के माध्यम से फसलों का सर्वे करने का आदेश अधिकारियो को दिया था। सरकार के इस निर्णय के अच्छा परिणाम आए थे।