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Nagpur

नागपुर शहर में पब्लिक टॉयलेट्स की भारी कमी, मौजूदा सार्वजनिक शौचालयों की संख्या को दोगुना करने की योजना


नागपुर: नागपुर शहर सार्वजनिक शौचालय की भारी कमी से जूझ रहा है। ताजा स्थिति के मुताबिक घरों के बाहर शौचालय का इस्तेमाल किसी चुनौती से कम नहीं, लेकिन आने वाले समय में ये स्थिति बदल सकती है। इसके लिए नागपुर महानगर पालिका द्वारा खास ध्यान देकर काम किया जा रहा है। 

मनपा की कोशिश है कि मौजूदा सार्वजनिक शौचालयों की संख्या को दोगुना किया जाये। खास है अब जो नए शौचालय बन रहे है। घरो के बाहर सार्वजनिक शौचालय को मौजूदा समय में मूलभूत सुविधा के तौर पर देखा जाता है। लेकिन वास्तविकता में आज भी इस व्यवस्था से नागरिक वंचित की है। केंद्र सरकार ने अपने स्वच्छ भारत अभियान में इस विषय को गंभीरता से लिया है जिसका असर भी दिखाई दे रहा है। 

नागपुर जैसे शहर में आज भी उस तरह से सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था नहीं है। जैसी होनी चाहिए। महिलाओ के लिए तो ये स्थिति और मुश्किल भरी है। लेकिन अब नागपुर महानगर पालिका इस विषय को गंभीरता से लेती हुई दिखाई दे रही है। खुद मनपा आयुक्त डॉ अभिजीत चौधरी इस विषय को गंभीरता से ले रहे हैं। शौचालयों के निर्माण की जिम्मेदारी वाले मनपा के स्लम विभाग की कोशिश है कि जल्द से जल्द नए शौचालयों का निर्माण कराया जाये। खास बात यह है कि अब जिन नए शौचालयों को तैयार किया जा रहा है वो पूरी तरह से एडवांस हैं और इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया जा रहा है। उसमे ट्रांसजेंडर के लिए भी व्यवस्था की जा रही है।

जनसंख्या के हिसाब से आवश्यकता 

नागपुर महानगर पालिका ने जनसंख्या के हिसाब से नागपुर शहर में 150 टॉयलेट की आवश्यकता बताई है। इस दिशा में फ़िलहाल काम शुरू है। ये नए टॉयलेट आधुनिक होंगे फ़िलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 36 के निर्माण का काम शुरू है। इन टॉयलट में कई तरह की अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं।

सात 'एस्पिरेशनल टॉयलट' होंगे तैयार  

36 स्मार्ट टॉयलट के अलावा नागपुर महानगर पालिका 7 एस्पिरेशनल टॉयलट तैयार कर रही है। जिसमे खास तौर से ट्रांसजेंडर और दिव्यांगों के लिए भी व्यवस्था रहेगी। ट्रांसजेंडर लंबे समय से शौचालयों में इस तरह की व्यवस्था की मांग कर रहे थे। अब उनकी मांग पूरी हुई है जिस पर समुदाय से संतोष व्यक्त किया है।

6 फेज में होगा 36 टॉयलेट्स का निर्माण

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 16 करोड़ रूपए से अधिक की राशि खर्च कर 6 फेज में इन 36 टॉयलेट्स का निर्माण हो रहा है जबकि पुराने पब्लिक टॉयलेट को भी रिनोवेट किया जा रहा है। नागपुर शहर में हालके समय में हुए कई विकास कामों के चलते पब्लिक टॉयलेट टूटे है जिसकी वजह से दिक्कते बढ़ी है। मनपा के मुताबिक वो इसकी भरपाई के लिए प्रयासरत है और नए टॉयलट के निर्माण के लिए जगहें खोजने का काम शुरू है।