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माणा गांव में प्रधानमंत्री मोदी ने विकास परियोजना का किया शिलान्यास, बोले- पहले आस्था स्थलों के लिए थी नफरत का भाव


केदारनाथ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे हैं। अपने इस दौरे के पहले दिन पीएम ने केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन किये। इसके बाद चीन सीमा के पास स्थित आखिरी गांव माणा में 3400 करोड़ रूपये के विकास परियोजना की आधरशील रखी। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक सभा को भी संबोधित किया। जहां उन्होंने कहा कि, “पहले जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया जाता था, हमने वहां से समृद्धि का आरंभ मानकर काम शुरू किया।”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर मैंने लाल किले पर एक आह्वान किया, ये आह्वान हैं गुलामी की मानसिकता से पूरी तरह मुक्ति का क्योंकि आजादी के इतने वर्षों बाद भी हमारे देश को गुलामी की मानसिकता ने ऐसा जकड़ा हुआ है कि प्रगति का कुछ कार्य कुछ लोगों को अपराध की तरह लगता है।”

अंतिम नहीं देश का पहला गांव 

पीएम ने कहा, "माणा गांव भारत के अंतिम गांव के रूप में जाना जाता है लेकिन मेरे लिए सीमा पर बसा हर गांव देश का पहला गांव है। सीमा पर बसे आप जैसे सभी साथी देश के सशक्त प्रहरी है।"
उन्होंने कहा, "पहले जिन इलाकों को देश की सीमाओं का अंत मानकर नजरअंदाज किया जाता था, हमने वहां से समृद्धि का आरंभ मानकर काम शुरू किया। पहले देश का आखिरी गांव जानकर जिसकी उपेक्षा की जाती थी, हमने वहां के लोगों की अपेक्षाओं पर फोकस किया।"

विकसित भारत के निर्माण के दो प्रमुख स्तंभ

पीएम ने कहा, "21वीं सदी के विकसित भारत के निर्माण के दो प्रमुख स्तंभ हैं पहला अपनी विरासत पर गर्व और दूसरा विकास के लिए हर संभव प्रयास। आज उत्तराखंड इन दोनों ही स्तंभों को मजबूत कर रहा है।" उन्होंने कहा, "लंबे समय तक हमारे यहां अपने आस्था स्थलों के विकास को लेकर एक नफरत का भाव रहा है। विदेशों में वहां की संस्कृति से जुड़े स्थानों की ये लोग तारीफ करते नहीं थकते थे, लेकिन भारत में इस प्रकार के काम को हेय दृष्टि से देखा जाता था।" उन्होंने आगे कहा, “अयोध्या में इतना भव्य राम मंदिर बन रहा है, गुजरात के पावागढ़ में मां कालिका के मंदिर से लेकर विंध्याचल देवी के कॉरिडोर तक, भारत अपने सांस्कृतिक उत्थान का आह्वान कर रहा है।”

आर्थिक विकास को देगा गति 

पीएम ने कहा, आज मुझे दो रोपवे परियोजना के शिलान्यास का सौभाग्य मिला। इससे केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के दर्शन करना और आसान हो जाएगा। इसका निर्माण न केवल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए है, बल्कि यह राज्य में आर्थिक विकास को गति देगा।"

प्रधानमंत्री ने कहा, "माना से माना दर्रे तक बनने वाली सड़क से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि कोई भी पर्यटक यहां से सीमावर्ती गांव मनाए बिना जाए वापस न आए। उन्होंने कहा, माणा गांव में भी डिजिटल कनेक्टिविटी पहुंच गई है और यहां के दुकानदार भी क्यूआर कोड और अन्य माध्यमों से डिजिटल भुगतान स्वीकार कर रहे हैं... यह मेरे देश की ताकत है। आज मना में इसे देखकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है।