Chandrapur: चंद्रपुर भाजपा में नई कार्यकारिणी को लेकर विवाद, अहिर समर्थक पूर्व नगरसेवक ने दिया इस्तीफा

-पवन झबाडे
चंद्रपुर: भारतीय जनता पार्टी की चंद्रपुर महानगर कार्यकारिणी में हाल ही में किए गए फेरबदल से पार्टी के भीतर असंतोष की लहर दौड़ गई है। महानगर अध्यक्ष सुभाष कासनगोट्टूवार द्वारा घोषित नई कार्यकारिणी के विरोध में पूर्व नगरसेवक एवं शहर उपाध्यक्ष राजेंद्र अडपेवार ने तत्काल अपना पद से इस्तीफा दे दिया है।
राजेंद्र अडपेवार, जो राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर के करीबी माने जाते हैं, उन्होंने अपना इस्तीफा विधायक सुधीर मुनगंटीवार और विधायक किशोर जोरगेवार को भेजा है। इस्तीफे में उन्होंने पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे अन्याय पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
जिन कार्यकर्ताओं ने अपना जीवन पार्टी को समर्पित किया, उन्हें दरकिनार कर ऐसे लोगों को पद दिए जा रहे हैं जिनकी निष्ठा संदेहास्पद है या जो पार्टी छोड़कर वापस लौटे हैं। ऐसी स्थिति में एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम करना मुझे ज्यादा स्वीकार्य है,” ऐसा उन्होंने अपने पत्र में लिखा है।
नई कार्यकारिणी में विवादास्पद नियुक्तियाँ
अडपेवार का विरोध खासकर उन नियुक्तियों को लेकर है, जिनमें शिवसेना से आए हुए, कांग्रेस से लौटे हुए और 'यंग चांदा ब्रिगेड' के सदस्य को सीधे महामंत्री, उपाध्यक्ष, सचिव और आमंत्रित सदस्य जैसे महत्वपूर्ण पद दिए गए हैं। इससे पुराने और समर्पित कार्यकर्ताओं में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
भाजपा में बढ़ता आंतरिक असंतोष
सूत्रों के अनुसार, अडपेवार के इस्तीफे के बाद कुछ अन्य पदाधिकारी भी इस्तीफा देने की तैयारी में हैं। इससे चंद्रपुर भाजपा में अंदरूनी कलह और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
राहुल घोटेकर की भी विवादास्पद वापसी
गौरतलब है कि भाजपा के पूर्व महानगर उपाध्यक्ष एड. राहुल घोटेकर ने 9 सितंबर 2024 को विधानसभा टिकट की उम्मीद में पार्टी पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इसके बाद आधिकारिक रूप से दोबारा पार्टी में प्रवेश नहीं लिया, फिर भी उन्हें नई कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष पद दिया गया है। यह निर्णय भी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं में नाराजगी का कारण बन गया है।

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