तिरंगा यात्रा में उमड़ा जैनसैलाब, मुख्यमंत्री सहित तमाम दलों के नेता हुए शामिल; फडणवीस बोले- देश सेना और पीएम के साथ खड़ा

नागपुर: ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के बाद देश भर में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। रविवार को नागपुर के खापरखेड़ा में यह यात्रा निकाली गई। तिरंगा यात्रा में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित भारतीय जनता पार्टी के तमाम विधायक और नेता सहित सभी दलों के लोग भी शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि, पूरा देश सेना और प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ा हुआ है। वहीं तिरंगा यात्रा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि, यह यात्रा किसी पार्टी या व्यक्ति की नहीं बल्कि देश के लिए हैं। तमाम लोग तिरंगे के लिए यहां खड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते हुए चेतावनी दी कि, "सुन ले बेटा पाकिस्तान, बाप है तेरा हिंदुस्तान"। इस रैली में उन्होंने 'ऑपरेशन सिंधुर' की सफलता के लिए भारतीय सेना की प्रशंसा की और पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारतीय सेना की क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
इस बीच, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भले ही कांग्रेस ने जय हिंद यात्रा निकाली है, लेकिन उसे भारतीय सेना पर भरोसा दिखाना चाहिए। राहुल गांधी के बयानों से सेना पर भरोसा खत्म हो रहा है। मुख्यमंत्री फडणवीस स्वयं इस तिरंगा यात्रा में शामिल हुए और एक किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर यात्रा पूरी की। यात्रा के समापन के बाद आयोजित एक सभा में उन्होंने भारतीय सेना की ताकत का बखान किया और ‘ऑपरेशन सिंधुर’ की सफलता की सराहना की। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत योजना के माध्यम से भारत ने अपनी रक्षा के लिए अत्याधुनिक हथियार बनाए हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जब पाकिस्तान ने घुटने टेके तो भारत ने युद्ध विराम की घोषणा की। आज भारत की रक्षा क्षमता पाकिस्तान से चार से पांच गुना अधिक है। भारत विश्व की शीर्ष पांच सामरिक शक्तियों में से एक है। आज ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता हमारी सैन्य शक्ति और ‘मेक इन इंडिया’ हथियारों का जीवंत उदाहरण है।
मुख्यमंत्री का कांग्रेस पर हमला
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जिन लोगों को भारतीय सेना पर भरोसा नहीं है, उन्हें 'जय हिंद' कहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। हालांकि यह स्वागत योग्य बात है कि कांग्रेस ने 'जय हिंद यात्रा' का आयोजन किया है, लेकिन हम आशा करते हैं कि यह केवल राजनीतिक यात्रा न हो। राहुल गांधी जिस तरह से बोल रहे हैं, उससे भारतीय सेना पर उनका भरोसा कम होता दिख रहा है। एक तरफ सेना पर संदेह करना, दूसरी तरफ 'जय हिंद' कहना - ये दोनों एक साथ नहीं चल सकते। फडणवीस ने जोर देकर कहा, "आप 'जय हिंद' तभी कह सकते हैं जब आप पूरी आस्था के साथ सेना के साथ खड़े हों।"

admin
News Admin