अमरावती हवाई अड्डे का उद्घाटन, नाम परिवर्तन को लेकर छिड़ा विवाद, अमरावती निवासियों की भावनाओं से खिलवाड़?

अमरावती: बहुप्रतीक्षित अमरावती हवाई अड्डे का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अन्य मंत्रियों द्वारा बड़े धूमधाम से किया गया। लेकिन उद्घाटन के समय नाम परिवर्तन को लेकर विवाद भड़क गया। अमरावती हवाई अड्डे का नाम डॉ. पंजाबराव देशमुख के नाम पर रखने की मांग की गई तो दूसरी ओर संत गुलाबराव महाराज का नाम सामने आया। विपक्षी पार्टियों के नेताओं का कहना है कि बिना किसी आधिकारिक घोषणा के, एयरपोर्ट और एयरलाइन ने एक बड़ी गलती करके अमरावती के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। अमरावती के सांसद बलवंत वानखड़े ने यह मांग की है कि अमरावती हवाई अड्डे का नाम डॉ पंजाबराव देशमुख के नाम पर रखा जाए और नाम नहीं दिए जाने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी।
सांसद बलवंत वानखड़े ने कहा कि गुलाब महाराजा के प्रति कोई नाराजगी नहीं है, उनका सम्मान है, लेकिन अमरावती हवाई अड्डा पंजाबराव देशमुख की कर्मभूमि है। देश के पहले कृषि मंत्री पंजाबराव देशमुख थे। वह संविधान सभा के सदस्य भी थे। पंजाबराव देशमुख का काम महान है। उन्होंने चेतवानी दी कि पंजाबराव देशमुख का नाम न आने से कई लोग आहत हुए हैं और आने वाले दिनों में इसका बड़ा विरोध होगा।
वहीं, एनसीपी विधायक अमोल मिटकरी ने भी पंजाबराव देशमुख का नाम देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कृपया इसे यथाशीघ्र हल करें तथा दो नामों में से कोई एक नाम बताएं। इस गलती के कारण लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं। राज्यसभा सांसद अनिल बोडे ने मांग की कि नाम को लेकर भ्रम दूर किया जाना चाहिए।

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