बेलोरा एयरपोर्ट जनता को समर्पित, पहले प्लेन को दी गई वॉटर कैनन से सलामी; मुख्यमंत्री बोले- अमरावती का मुझ पर कर्ज

अमरावती: पश्चिम विदर्भ के लिए महत्वपूर्ण माने जाने वाले अमरावती एयरपोर्ट का लंबे इंतजार के बाद आज उद्घाटन हो गया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपने दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार के साथ मिलकर एयरपोर्ट को जनता को समर्पित किया। मुख्यमंत्री अपने तमाम मंत्रिमंडल के साथ मुंबई से अमरावती अलायन्स एयर से अमरावती एयरपोर्ट पर लैंड हुए। जहां वॉटर कैनन से सलामी देकर पहले प्लेन का स्वागत किया गया। इस दौरान बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, "अमरावती का मुझपर कर्ज है। अगर अमरावती में कुछ अच्छा होता है तो मेरी मां सबसे ज्यादा खुश होती हैं। इसलिए, मेरी मां को खुश करना मेरी खुशी का एक कारण है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "हमने आज इस हवाई अड्डे का काम पूरा कर लिया। 2019 में काम शुरू हुआ। मोदी सरकार के प्रयासों से महाराष्ट्र और केंद्र सरकार ने काम अपने हाथ में लिया। रनवे का विस्तार किया गया, नवनीत राणा उनके साथ थीं। फिर किसी कारणवश इसे बंद कर दिया गया। केन्द्र सरकार से संबंधित कार्य शुरू हो रहे थे। राज्य सरकार से संबंधित कार्य धीमी गति से चल रहे थे। लेकिन फडणवीस ने कहा कि शिंदे सरकार के सत्ता में आने के बाद काम तेजी से शुरू हुआ।
जल्द शुरू होगा पायलट प्रशिक्षण स्कूल
केंद्र सरकार ने हवाई अड्डे के लिए पहला विमान उपलब्ध कराया। हम इसी विमान से आये। यहां एक पायलट प्रशिक्षण स्कूल शुरू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पायलट प्रशिक्षण स्कूल की स्थापना से अमरावती विश्व मानचित्र पर प्रसिद्ध हो जाएगा। यह दक्षिण पूर्व एशिया का सबसे बड़ा स्कूल होगा। हर साल अमरावती से 180 पायलटों को प्रशिक्षित किया जाएगा और लगभग 34 विमान खड़े किए जाएंगे। ये विमान प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। पायलट प्रशिक्षण स्कूल के आगमन से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। नौकरियाँ बढ़ेंगी। मोदी सरकार के कार्यकाल में मिली यह एक बड़ी सौगात है। अमरावती को शहर के रूप में नहीं जाना जाएगा। देवेंद्र फडणवीस ने यह भी बताया कि दुनिया में दक्षिण पूर्व एशिया का सबसे बड़ा पायलट प्रशिक्षण स्कूल जहां है, वह हमारे अमरावती में है, अमरावती को ऐसी पहचान मिलेगी।"
दो घंटे में अमरावती से मुंबई
अमरावती हवाई अड्डा अब आम जनता के लिए खुल गया है। अलायन्स एयरलाइन्स का पहला 72 सीटर विमान अमरावती एयरपोर्ट पर उतरा। पहले फ्लाइट में मुख्यमंत्री फडणवीस अपने दोनों उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजित पवार सहित पूरी कैबिनेट के साथ अमरावती एयरपोर्ट पर पहुंचा।पहले विमान में यह उड़ान सेवा केवल वीआईपी लोगों के लिए थी, लेकिन आज से आम नागरिक भी इस सेवा का लाभ उठा सकेंगे। अमरावती से मुंबई तक रेल से यात्रा करने में 12 घंटे लगते हैं। हवाई सेवा से यह दूरी मात्र ढाई घंटे रह जाएगी। अब अमरावती के लोगों को 10 घंटे की बचत होगी।

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