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Amravati: पूर्व विधायक बच्चू कडू का अन्न बहिष्कार आंदोलन शुरू, कहा- आखरी सांस तक चलेगा आंदोलन


अमरावती: जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व विधायक बच्चू कडू ने किसानों के मुद्दों पर आक्रामक रुख अपनाते हुए रविवार को गुरुकुंज मोजारी में हजारों समर्थकों की मौजूदगी में अन्न बहिष्कार आंदोलन शुरू किया है। हमारी अंतिम यात्रा आगे बढ़ सकती है। लेकिन अब हम तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक हमारी मांगें नहीं मान ली जातीं। बच्चू कडू ने तय किया है कि जब तक मांगें नहीं मान ली जातीं, अन्न बहिष्कार आंदोलन नहीं रुकेगा।

मोज़ारी में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज समाधिस्थल के पास से विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ। अमरावती के संत गाडगे बाबा मंदिर से मोज़ारी तक बाइक यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में सैकड़ों समर्थक शामिल हुए।

आंदोलन की शुरुआत करते हुए बच्चू कडु ने कहा, "राज्य में किसानों की पूरी कर्जमाफी, खेतिहर मजदूरों के उत्थान के लिए स्वतंत्र वित्तीय निगम, महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरी में वृद्धि समेत कई मांगों को लेकर बच्चू कडू ने अनिश्चितकालीन अन्न बहिष्कार आंदोलन शुरू किया है। विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने अपने संकल्प में किसानों की पूरी कर्जमाफी की घोषणा की थी। सात से बारह किसानों को बेघर किया जाना था। लेकिन चुनाव के बाद सत्ता में आने के कई महीने बाद भी सरकार इन वादों को पूरा नहीं कर रही है। इसलिए हम अन्न बहिष्कार आंदोलन शुरू कर रहे हैं।"

इन मांगों को लेकर हो रहा आंदोलन

किसानों की तरह खेत मजदूरों को भी दुर्घटनावश मृत्यु होने पर बीमा कवर दिया जाए, खेत मजदूरों के आर्थिक हितों की रक्षा के लिए स्वतंत्र बोर्ड बनाया जाए, फसल बोने से लेकर कटाई तक के सभी कृषि कार्यों को महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में शामिल किया जाए। अगर यह संभव न हो तो तेलंगाना की तर्ज पर 10 हजार रुपये प्रति एकड़ की सहायता दी जाए। रासायनिक खादों की तरह जैविक व भेड़ खाद पर भी सब्सिडी देने का प्रावधान किया जाए, दूध में मिलावट रोकने और गाय के दूध का मूल्य 50 रुपये व भैंस के दूध का मूल्य 60 रुपये प्रति लीटर तय किया जाए। प्याज के दाम स्थिर रहें और 40 रुपये होने तक निर्यात पर प्रतिबंध न लगाया जाए जैसी मांगों को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा है।