Amravati: गहरा रहा जल संकट, जलाशयों में तेजी से घट रहा पानी का स्तर; पीने के पानी की किल्लत होने की आशंका
अमरावती: गर्मी की तीव्रता बढ़ने के साथ ही अमरावती जिले में जल संकट गहराने लगा है। जिले के 56 जलाशयों में पानी का स्तर तेजी से घट रहा है, जिससे आने वाले दिनों में पीने के पानी की किल्लत होने की आशंका जताई जा रही है।
पिछले साल लगातार हुई झमाझम बारिश और जलाशय क्षेत्रों में भारी वर्षा के चलते अमरावती जिले के 56 जल संग्रहण परियोजनाओं में जलस्तर काफी बढ़ गया था। इनमें से कई जलाशय ओवरफ्लो तक हो गए थे। लेकिन इस साल, जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, पानी तेजी से वाष्पीकृत हो रहा है और जलाशयों का जलस्तर घटकर 46% तक आ चुका है। अगर पिछले साल के आंकड़ों से तुलना करें, तो 15 मार्च 2024 को जलस्तर 50.20% था।
यानी इस साल जलस्तर में 4% की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे जल संकट की आशंका बढ़ गई है। फिलहाल, जिले के सबसे बड़े जलाशय अप्पर वर्धा डैम में 53.46% पानी शेष है। वहीं, 7 मध्यम जलाशयों में 52.22% और 48 लघु जलाशयों में केवल 47.65% जलस्तर बचा है। कई छोटे जलाशय पूरी तरह सूख चुके हैं, जबकि मध्यम जलाशयों का जलस्तर भी तेजी से घट रहा है।
गर्मी के दिनों में पीने के पानी, सिंचाई और औद्योगिक उपयोग के लिए पानी की मांग बढ़ जाती है, जिससे जलाशयों पर और दबाव पड़ता है। अगर यही स्थिति बनी रही, तो आने वाले दिनों में प्रशासन को जल संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। अमरावती जिले में घटता जलस्तर एक चेतावनी संकेत है। गर्मी के साथ-साथ जल की मांग बढ़ रही है, लेकिन जलाशयों में पानी लगातार कम हो रहा है। ऐसे में प्रशासन और आम जनता को जल संरक्षण के लिए जल्द से जल्द उपाय करने की जरूरत है।
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