logo_banner
Breaking
  • ⁕ मानसून में विदर्भ के किसानों को लगा बड़ा झटका; लगातार बारिश से एक लाख हेक्टेयर फसल हुई बर्बाद, किसानों की सरकार से स्पेशल पैकेज की मांग ⁕
  • ⁕ मानसून के दौरान चिखलदरा में टूटा पर्यटकों का रिकॉर्ड, चार महीने में पहुंचे ढाई लाख पर्यटक, नगर परिषद को हुई 56 लाख की आया ⁕
  • ⁕ मनकापुर फ्लाईओवर पर बड़ा हादसा, स्कुल वैन और बस में आमने-सामने जोरदार टक्कर; हादसे में आठ बच्चे घायल, एक की हालत गभीर ⁕
  • ⁕ Akola: चलती कार में लगी आग, कोई हताहत नहीं ⁕
  • ⁕ Akola: पातुर से अगिखेड़ खानापुर मार्ग की हालत ख़राब, नागरिकों ने किया रास्ता रोको आंदोलन ⁕
  • ⁕ एक हफ्ते बाद नागपुर में बरसे बादल, नागरिकों को मिली उमस से राहत ⁕
  • ⁕ Amravati: गणेशोत्सव मंडलों के बीच विवाद में चाकूबाजी; एक घायल, आरोपी फरार ⁕
  • ⁕ मेलघाट में बारू बांध टूटा; सड़क पर पानी बहने से यातायात बाधित ⁕
  • ⁕ अकोला में चोर ने निर्गुण नदी के पुल से चुराए लिए 105 फाटक, आरोपी की हो रही तलाश ⁕
  • ⁕ पूर्व विदर्भ में अगले 24 घंटे में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट; प्रशासन ने की नागरिकों से सतर्क रहने की अपील ⁕
Bhandara

Bhandara: जिले में मूसलाधार बारिश, गोसीखुर्द के नौ गेट आधा मीटर खुले


भंडारा: जिले में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। गोसेखुर्द बांध के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण आज सुबह गोसेखुर्द बांध के 33 में से 9 गेट खोल दिए गए। इसके चलते प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों को चेतावनी जारी की है।

इस साल के मानसून में पहली बार गोसेखुर्द बांध के नौ गेट आधे मीटर तक खोले गए हैं और 730.74 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसके अलावा धापेवाड़ा बांध के 7 गेट खोले गए हैं और 890.9 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। करधा में वैनगंगा नदी का खतरे का स्तर 245.50 मीटर है और जल स्तर फिलहाल चेतावनी स्तर से नीचे है। गोसेखुर्द बांध के नौ गेट खोले जाने से वैनगंगा नदी पूरे उफान पर बह रही है। इसलिए प्रशासन ने नदी किनारे बसे गांवों को चेतावनी जारी की है।

नागरिक रहे सतर्क

गोसेखुर्द बांध से वैनगंगा नदी बेसिन में बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए आज 3 जुलाई को सुबह 11 बजे 9 गेट खोलकर लगभग 530 क्यूमेक्स पानी नदी बेसिन में छोड़ा जाएगा। दोनों जलविद्युत परियोजनाओं से 178 क्यूमेक्स डिस्चार्ज को कैप्चर करके कुल लगभग 708 क्यूमेक्स पानी नदी बेसिन में छोड़ा जाएगा। इसलिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने नदी बेसिन में घूमने वालों से सावधान और सतर्क रहने की अपील की है।