एनडीसीसी बैंक घोटाले पर भाजपा और एनसीपी आमने-सामने, आशीष देशमुख ने मंत्री दिलीप वलसे पाटिल पर लगाया बड़ा आरोप

नागपुर: नागपुर मध्यवर्ती सहकारी बैंक घोटाले पर भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी आमने-सामने आ गए हैं। भाजपा नेता आशीष देशमुख ने मंत्री दिलीप वलसे पाटिल पर सुनील केदार को बचाने का आरोप लगाया है। देशमुख ने कहा कि, "अदालत ने आरोपी से पैसे आज के समय के अनुसार पैसे वसूल करने का आदेश दिया था। जिसको लेकर आज बैठक होने वाली थी, लेकिन मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने बिना कारण दिए बैठक आगे बढ़ा दी। इसी के साथ देशमुख ने यह भी कहा कि, "जिस तरह से यह बैठक की तारीख बढ़ाई गई है, कही अपने पूर्व सहकारी रहे सुनील केदार को बचने का प्रयास तो नहीं?"
मंगलवार को देशमुख अपने साथियों के साथ जिलाधिकारी डॉ. बिपिन इटनकर से मिले। इस दौरान उन्होंने इसको लेकर ज्ञापन और दो महीने के अंदर आरोपी से पैसे वसूल करने की मांग की। देशमुख ने कहा, "150 करोड़ के घोटाले मामले में अदालत ने मुख्यारोपी सुनील केदार को पांच साल की सजा सुनाई है। वहीं आज के रेट में आरोपियों ने 1444 करोड़ रूपये की रिकवरी का आदेश दिया है। आदेश को लेकर आज मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के नेतृत्व में बैठक होने वाली थी। हालांकि, मंत्री ने बिना किसी कारण से उसे आगे बढ़ा दी।"
देशमुख ने कहा, "जान बूझकर जिस तरह 22 साल तक जान बुजकर मामले को आगे बढ़ाया गया। सुनील केदार और दिलीप वलसे पाटिल पुराने दोस्त है। क्या अपने पुराने दोस्त को बचाने का प्रयास मंत्री द्वारा तो नहीं किया जा रहा अब ऐसा सवाल उठने लगा है।" उन्होंने आगे कहा, "पिछली बार बागड़े कमिटी ने वसूली का काम शुरू किया था। लेकिन तत्कालीन सहकर मंत्री हर्षवर्धन पाटिल के ऊपर दवाब बनाकर इसे रोक दिया गया था।"
भाजपा नेता ने सवाल करते हुए पूछा कि, सुनील केदार और दिलीप वलसे पाटिल एनसीपी के समय के दोस्त हैं। दोनों के बीच कोई संबंध है। जिसके कारण वह सुनील केदार की वसूली की कार्रवाई जानबूझकर आगे बढ़ा रहे हैं। इसपर उन्हें स्पस्टीकरण देना चाहिए।" देशमुख ने चेतावनी देते हुए कहा कि, अगर ऐसा नहीं किया तो दो अगस्त से सावनेर में किसान आंदोलन शुरू करेंगे।

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