Chandrapur: चंद्रपुर में बगावत के बाद फिर भाजपा में ब्रिजभूषण पाझारे, निलंबन रद्द कर पुनः पार्टी में किया गया शामिल
- पवन झबाडे
चंद्रपुर: विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के खिलाफ बगावत कर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरे ब्रिजभूषण पाझारे ने आज एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी में घरवापसी की। भाजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष हरित शर्मा, पूर्व महानगराध्यक्ष राहुल पावडे और पूर्व युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विशाल निंबालकर की उपस्थित में पाझारे का निलंबन रद्द कर उन्हें पुनः पार्टी में शामिल किया गया। इस कदम से चंद्रपुर की स्थानीय राजनीति में नई चर्चाओं को हवा मिली है।
टिकट को लेकर हुआ था बड़ा संघर्ष
विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में टिकट वितरण को लेकर जोरगेवार और पाझारे के बीच कड़ी रस्साकशी हुई थी। पाझारे को टिकट दिलाने के लिए तत्कालीन मंत्री व वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने दिल्ली तक कोशिशें की थीं। हालांकि भाजपा के ही एक प्रभावी गुट ने जोरगेवार के पक्ष में ताकत झोंकी और अंततः टिकट जोरगेवार को मिला। इसी प्रक्रिया में मुनगंटीवार के हाथों से ही जोरगेवार का भाजपा में प्रवेश कराया गया था टिकट न मिलने से नाराज़ पाझारे ने निर्दलीय मैदान में उतरकर चुनाव लड़ा, परंतु उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। बगावत के बाद भाजपा ने उनका निलंबन भी किया था।
चुनाव नज़दीक, दल-बदल तेज
अब जब स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव नज़दीक हैं, सभी दलों में हलचल और दल-बदल की प्रक्रिया तेज होती दिखाई दे रही है। इसी पृष्ठभूमि में मुनगंटीवार के मार्गदर्शन में पाझारे का भाजपा में पुनः आगमन हुआ है। इस घटनाक्रम ने चंद्रपुर की राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है।
जोरगेवार की नाराज़गी की चर्चा
पार्टी के अंदर इस बात की चर्चा है कि ब्रिजभूषण पाझारे को पुनः भाजपा में लेने के निर्णय से विधायक किशोर जोरगेवार नाराज़ बताए जा रहे हैं। यह समीकरण भाजपा की आंतरिक गुटबाजी, आगामी चुनाव रणनीति और दोनों गुटों की ताकत के आकलन को लेकर नई अटकलों को हवा दे रहा है।
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