logo_banner
Breaking
  • ⁕ मलकापुर के नए चुने गए कांग्रेस के नगरअध्यक्ष का नोट उड़ाते हुए वीडियो वायरल, हर तरफ हो रही आलोचना ⁕
  • ⁕ शिवसेना शिंदे गुट के उप जिला अध्यक्ष वरदराज पिल्ले ने नगर परिषद चुनाव परिणाम पर उठाए सवाल ⁕
  • ⁕ कांग्रेस की मुंबई में पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक, नगर पालिका के उम्मीदवारों को लेकर होगी चर्चा, विजय वडेट्टीवार ने दी जानकारी ⁕
  • ⁕ Gondia: गोंदिया और तिरोड़ा नगर परिषद् के वार्डो में मतदान जारी, 18 हजार मतदाता करेंगे 18 उम्मीदवारों का फैसला ⁕
  • ⁕ विदर्भ की सात सहित 23 नगर परिषद में आज मतदान, मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था, रविवार को होगी परिणामों की घोषणा ⁕
  • ⁕ खापरी ROB–MIHAN इंटरचेंज फ्लाईओवर का काम हुआ शुरू, 24 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य ⁕
  • ⁕ बुटीबोरी एमआईडीसी हादसा: मुख्यमंत्री फडणवीस ने जताया शोक, मृतकों को सरकार पांच, तो कंपनी को देगी 30 लाख का मुआवजा ⁕
  • ⁕ Chandrapur: चंद्रपूर मनपा में नया विवाद; आयुक्त के ‘अलिखित फरमान’ से अधिकारी-कर्मचारी परेशान ⁕
  • ⁕ सूदखोरी का कहर! चंद्रपुर में साहूकारों की दरिंदगी, एक लाख का कर्ज़ 47 लाख बना; कर्ज चुकाने किसान ने बेच दी किडनी ⁕
  • ⁕ Nagpur: चोरी के मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, तीन चोरी की वारदातों का खुलासा, क्राइम ब्रांच यूनिट 3 की कार्रवाई ⁕
Maharashtra

लाड़ली बहनों ने हमें सत्ता तक पहुंचाया, अजित पवार बोले- विपक्ष हर करे स्वीकार


मुंबई: महाराष्ट्र में महायुति के 237 विधायक चुने गये. बहुतों की लहरें आईं और गईं। लेकिन इतना निर्विवाद बहुमत किसी को नहीं मिला. अब विपक्ष को मान लेना चाहिए। आंखें खुलनी चाहिए। हमने लोकसभा चुनाव परिणाम को खुले मन से स्वीकार किया, वहीं विपक्ष को भी अपनी हार को स्वीकार करना चाहिए। विशेष सत्र के आखिरी दिन भाजपा नेता राहुल नार्वेकर को दोबारा विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। जहां धन्यवाद प्रस्ताव में बोलते हुए यह बात कही। इसी के साथ पवार ने सदन के अंदर विपक्ष द्वारा चुनाव के समय लगाए आरोपों पर भी जोरदार पलटवार किया।

राहुल नार्वेकर की तारीफ करते हुए पवार ने कहा, "जब महाराष्ट्र में कानूनी दुविधा पैदा हुई, तो पुरे देश का ध्यान यहाँ स्थानांतरित हो गया। तब विपक्ष ने सीमा को लांघते हुए अध्यक्ष की आलोचना की। लेकिन फिर भी राहुल नार्वेकर ने तब ऐतिहासिक नतीजा दिया। फिर एक नहीं बल्कि दो राष्ट्रीय पार्टियों में फूट पड़ गई. यह मुद्दा संवैधानिक, न्यायिक, संवेदनशील था. लेकिन अध्यक्ष ने इसका बारीकी से अध्ययन किया।"

संविधान के मुद्दे को उठाते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, "चुनाव के दौरान मंच पर कई लोग संविधान को हाथ में लिए हुए थे. लेकिन क्या संविधान को हाथ में लेने के बाद ही उनके मन में संविधान के प्रति सम्मान होता है? क्या जो लोग संविधान को हाथ में नहीं लेते, उनके मन में सम्मान नहीं होता है।" विधायक शपथ को विपक्ष के बहिष्कार को संविधान का अपमान बताते हुए पवार ने कहा कि, "प्रत्येक निर्वाचित सदस्य को पद ग्रहण करने से पहले शपथ लेना आवश्यक है प्रावधान। लेकिन विपक्ष ने इसका बहिष्कार कर संविधान का अपमान किया है।" 

लाड़ली बहनों ने हमें यहाँ बिठाया 

विपक्ष के ईवीएम के मुद्दे पर पलटवार करते हुए पवार ने कहा, "लोकसभा नतीजों के बाद ईवीएम ठंडे पड़ गए थे। यह अच्छा लगा। अब देखिये ठंडा लगता है या गर्म. महाराष्ट्र में महायुति के 237 विधायक चुने गये. बहुतों की लहरें आईं और गईं। लेकिन इतना निर्विवाद बहुमत किसी को नहीं मिला. अब विपक्ष को मान लेना चाहिए. आंखें खुलनी चाहिए. लोग भी कहेंगे कि उनपर क्या गुजर रही है. आखिर कब तक रोना धोना करेंगे। हमने लोकसभा के परिणामों को खुले मन से स्वीकार किया. फिर तीनों ने मिलकर फैसला किया कि वे दोबारा लोगों के सामने जाना चाहते हैं। हमने मंथन कर लाड़ली बहना योजना निकाली।" पवार ने आगे कहा कि, "उन्होंने हमें यहाँ बैठाया है।"