logo_banner
Breaking
  • ⁕ कब मिलेगी ‘मुख्यमंत्री माझी लाड़की बहिण’ योजना की अगली किस्त? मंत्री अदिति तटकरे ने दी जानकारी ⁕
  • ⁕ Yavatmal: असोला गांव में बाघ ने गाय का किया शिकार, किसानों और खेत मजदूरों में भय का माहौल ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती - नागपुर महामार्ग पर अज्ञात वाहन की टक्कर से तेंदुआ की मौत, पिछले एक महीने में सड़क दुर्घटना में दो तेंदुओं की मृत्यु ⁕
  • ⁕ Bhandara: समृद्धि हाईवे को लेकर किसानों का विरोध, सैकड़ों किसानों ने लाखांदूर तहसील कार्यालय पर बोला धावा ⁕
  • ⁕ Yavatmal: वणी में बजरंग दल और हिंदू कार्यकर्ताओं ने दो बिरयानी सेंटरों पर किया हल्लाबोल, पुलिस ने 35 किलो गोमांस किया जब्त ⁕
  • ⁕ Akola: नायलॉन मांझे से कटा गला, अधिक खून बहने से व्यक्ति की मौके पर ही मौत ⁕
  • ⁕ समृद्धि हाईवे पर भीषण हादसा, लग्जरी बस की ट्रक से हुई टक्कर, चालक की मौत, 15 लोग जख्मी ⁕
  • ⁕ Amravati: कटाई के बाद खेत में रखी गई तुअर में लगी आग, करीब पांच लाख रुपये का नुकसान ⁕
  • ⁕ अकोला के किसानों के लिए अच्छी खबर; एक हफ्ते से बंद कृषि उपज बाजार समिति आज से शुरू ⁕
  • ⁕ देश में हल्दी उत्पादकों की समस्याओं को हल करने 'हल्दी बोर्ड' की स्थापना ⁕
Maharashtra

देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार को दिया जवाब, जीत के आकड़ों के साथ गिना डाली सीटें


मुंबई: राकांपा (सपा) अध्यक्ष शरद पवार ने शनिवार को कहा कि विपक्ष को अपनी हार से निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि उन लोगों के पास जाना चाहिए जो महाराष्ट्र चुनावों में भाजपा नीत महायुति की भारी जीत से खुश नहीं दिखते। पवार ने यह भी कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों को मिले वोटों और जीती गई सीटों की तुलना आश्चर्यजनक है। इस बात का मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार को जवाब दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि वरिष्ठ नेता होने के नाते शरद पवार को देश को गुमराह नहीं करना चाहिए।    

फडणवीस ने लिखा, “ज्यादा वोट मिलने के बाद भी सीटें कम क्यों? आइये देखते हैं 2024 लोकसभा में क्या हुआ, बीजेपी को 1,49,13,914 वोट और 9 सीटें मिलीं, लेकिन कांग्रेस को 96,41,856 वोट और 13 सीटें मिलीं। शिवसेना को 73,77,674 वोट और 7 सीटें मिलीं, जबकि एनसीपी-शरद पवार समूह को 58,51,166 वोट और 8 सीटें मिलीं।”

फडणवीस ने कहा, “2019 लोकसभा का उदाहरण बहुत स्पष्ट है। कांग्रेस को 87,92,237 वोट मिले और 1 सीट मिली, जबकि तत्कालीन एनसीपी को 83,87,363 वोट मिले और 4 सीटें मिलीं। यदि आप हार स्वीकार कर लेंगे तो आप इससे जल्दी बाहर निकल जायेंगे! उम्मीद है कि आप कम से कम अपने सहकर्मियों को आत्मनिरीक्षण करने की सलाह देंगे।”