logo_banner
Breaking
  • ⁕ Nagpur: एसपी संदीप पखाले सहित नागपुर के 22 पुलिसकर्मी डीजी पदक से सम्मानित ⁕
  • ⁕ Amravati: अमरावती के 118 पाकिस्तानी हिंदू नागरिकों को बड़ी राहत, केंद्र सरकार के निर्णय में संशोधन से भारत में निवास सुरक्षित ⁕
  • ⁕ Nagpur: हसनबाग में NDPS टीम की कार्रवाई, कुख्यात ड्रग तस्कर शेख नाज़िर MD के साथ गिरफ्तार ⁕
  • ⁕ Gondia: जिले में कुछ स्थानों पर बेमौसम बारिश, नागरिकों को गर्मी से मिली थोड़ी राहत, फलों और सब्जियों को नुकसान होने की आशंका ⁕
  • ⁕ हिंगणा विधानसभा क्षेत्र से शरद पवार गुट की पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष उज्ज्वला बोढ़ारे भाजपा में हुई शामिल, बावनकुले की मौजूदगी में हुआ पार्टी में प्रवेश ⁕
  • ⁕ विधायक संजय गायकवाड़ का एक बार फिर विवादित बयान, कहा - दुनिया में सबसे कार्य अक्षम महाराष्ट्र पुलिस विभाग ⁕
  • ⁕ केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव की तहसील के वडाली गांव में पानी की गंभीर कमी, ग्रामीणों का 80 फुट गहरे कुएं में जल समाधी आंदोलन ⁕
  • ⁕  गर्मी की छुट्टियों में बढ़ती अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए मुंबई से नागपुर के लिए वन-वे स्पेशल ट्रेन ⁕
  • ⁕ Buldhana : भीषण गर्मी बनी जानलेवा; चिखली डिपो में एसटी चालक की हिट स्ट्रोक से मौत ⁕
  • ⁕ Akola: काटेपुर्णा बांध में करीब 26 प्रतिशत जल संग्रहण, आने वाले दिनों में जल भंडारण में कमी होने संभावना ⁕
Nagpur

नागपुर हिंसा में Intelligence Department रहा फेल? सवाल पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिया बड़ा बयान....


नागपुर: नागपुर हिंसा (Nagpur Violence) में शामिल दंगाइयों को गिरफ्तार करने का काम पुलिस विभाग द्वारा किया जा रही है। हिंसा के बाद से ही ख़ुफ़िया विभाग की विफलता की बात कही जा रही है। हालांकि, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने इंटीलेन्स विभाग ( Intelligence Department ) की विफलता से इनकार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा,"यह तो नहीं कहा जा सकता कि शहर में भड़के दंगों में खुफिया एजेंसियां ​​विफल रहीं, लेकिन खुफिया एजेंसियां ​​बेहतर सूचनाएं दे सकती थीं।" शनिवार को मुख्यमंत्री ने नागपुर में पुलिस विभाग के अधिकरियों के साथ बैठक की। जिसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने यह बात कही। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने महिला पुलिसकर्मियों के साथ छेड़छाड़ करने की घटना से इनकार किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा, "पुलिस खुफिया विभाग के पास पूरे दिन चलने वाले दंगों के बारे में काफी जानकारी थी। इसलिए इसे खुफिया तंत्र की विफलता नहीं कहा जा सकता। हालाँकि, खुफिया एजेंसियाँ बेहतर जानकारी जुटाने में असमर्थ रहीं।" फडणवीस ने माना कि, "यदि खुफिया एजेंसियां ​​पूरी तरह सतर्क होतीं तो तस्वीर कुछ और होती।"

फडणवीस ने आगे कहा कि, "पुलिस द्वारा लिए गए वीडियो और मीडिया में आए वीडियो में कई चेहरे सामने आए हैं। पुलिस हर दंगाई को ढूंढने का प्रयास कर रही है। पुलिस ने अब तक 104 लोगों की पहचान की है और 92 को गिरफ्तार किया है। कुछ दंगाइयों ने सोशल मीडिया के जरिए गलत सूचना फैलाकर दंगे भड़काने की कोशिश की है। 68 लोगों की पहचान कर उन पर आरोप लगाये गये हैं। लॉकडाउन के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

चरणबद्ध तरीके से कर्फ्यू में देंगे ढील

कर्फ्यू हटाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, "हिंसा से व्यापारिक समुदाय को भारी नुकसान हुआ है। हालाँकि, अब कर्फ्यू में चरणबद्ध तरीके से ढील दी जाएगी।" मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "अंतिम दंगाई के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करें। सबको अच्छा सबक सिखाओ। यदि उन्हें अभी नहीं सुधारा गया तो भविष्य में वे और अधिक साहसी हो जायेंगे। दंगाइयों ने पुलिस पर हमला किया है। तीन पुलिस उपायुक्तों सहित 35 पुलिसकर्मी घायल हो गये।" इसलिए पुलिस कमिश्नर को आदेश दिए गए हैं कि हमलावरों को बिल्कुल भी न बख्शा जाए।