सरकार रहेगी स्थिर, मानसून रहेगा सामन्य लेकिन होगी बेमौसम बारिश; भेंडवल की भविष्यवाणी आई सामने

बुलढाणा: सैकड़ों वर्षों की परंपरा वाली भेंडवल की घटमंदानी के बहुप्रतीक्षित नतीजे आज शनिवार शुबह घोषित कर दिए गए। इसके अनुसार, इस बार मानसून सामन्य रहेगा। हालांकि, बेमौसम बारिश जरूर होगी। इसी के साथ रबी में गेहूं का अच्छा उत्पादन होगा। वहीं लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण राजनीतिक भविष्यवाणियों से परहेज किया गया, लेकिन यह कहा गया कि मौजूदा राजा ही 'राजा' रहेंगे।
शनिवार सुबह चंद्रभान महाराज के वंशज पुंजाजी महाराज और सारंगधर महाराज ने इस संविधान की भविष्यवाणी की घोषणा की। बुलढाणा जिले के भेंडवाल में पिछले साढ़े तीन सौ साल से चली आ रही घटमंदानी की भविष्यवाणी सुनने के लिए जिले सहित विदर्भ और मराठवाड़ा से बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। संविधान का निष्कर्ष इस प्रकार है।
पहिला महीना-कम बारिश, दूसरा महीना- अच्छी बारिश, तीसरा महीना- भारी बारिश, चौथा महीना- भारी बारिश जैसे बेमौसम बारिश। महाराज ने कहा कि इस वर्ष खरीफ की फसलें सामान्य रहेंगी। इनमें करदी, मटगी, मसूर, अरहर, बाजरी, हरबरा, मूंग और उड़द आम फसलें हैं। इसी के साथ उन्होंने फसलों में रोग लगने और बर्बाद होने की बात भी कही। रबी की फसलों में गेहूं सर्वोत्तम फसल होगी।
ऐसे की जाती है भविष्यवाणी
खेत में एक गड्ढा, गड्ढे में मिट्टी, गड्ढे में पानी और उस पर कुर्दया, सुपारी और विभिन्न 18 प्रकार के अनाज को एक विशिष्ट तरीके से व्यवस्थित किया जाता है। अक्षय तृतीया की शाम को 'घट मांडनी' का आयोजन किया जाता है। अगले दिन की भविष्यवाणी की गई है. वर्ष के मौसम, फसलों, वर्षा अर्थव्यवस्था, रक्षा प्रणाली और राजनीतिक मामलों की भविष्यवाणी की जाती है। अक्षय तृतीया पर यह प्रथा 350 वर्षों से चली आ रही है। इस व्यवस्था के माध्यम से घोषित पूर्वानुमान को लेकर किसान काफी उत्सुक हैं। किसानों को मंदानी पर बहुत भरोसा है।

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