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बफर ज़ोन में मौजूद जमीनों को किसानों से 50 हजार रूपये एकड़ रेट से किराये पर लेगी सरकार, बावनकुले बोले- बाघ और इंसान के संघर्ष रोकने में मिलेगी मदद


नागपुर: पूर्वी विदर्भ के कई जिले लगातार मानव और वन्यजीव संघर्ष का केंद्र बनता जा रहा है। बाघों से होते हमले और उसमें इंसानों की जाती जान ने सरकार के सामने बड़ी समस्या खड़ी की हुई है। इसी समस्या को समाप्त करने के लिए सरकार ने नई योजना लाई है। इसके तहत बफर जोन में मौजूद किसानों की जमीनों को सरकार किराये पर लेगी और वहां बांस और पेड़ लगाएगी। राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, सरकार इसको लेकर जल्द ही जीआर जारी करेगी।

बावनकुले ने कहा, "वन को लगती और बफर जोन में मौजूद जमीनों को हम किसानों से 50 हजार रूपये एकड़ के दाम पर किराये से लेंगे। यह काम मुख्यमंत्री सौर्य योजना के तहत किया जायेगा। वहां हम बम्बू, और घास के मैदान का निर्माण करेंगे। जिससे जो लोग बाघ के हमलों का शिकार हो जाते हैं। खेती के लिए किसान जंगल में जाते हैं और वहां उनपर बाघ हमला करते हैं। 

बावनकुले ने आगे कहा, "बफर जोन में मौजूद ये निजी जमीन सरकार किराये पर लेगी और भविष्य में उसपर घास के मैदान का निर्माण किया जाएगा। इससे एक तरफ जहाँ जंगल का क्षेत्र बढ़ेगा और वन्यजीव और मानव संघर्ष समाप्त होगा।" बावनकुले ने जल्द ही इसको लेकर जीआर निकालने की बात भी कही।