गडचिरोली जिले में एक लाख करोड़ का निवेश, उदय सामंत ने कहा- जल्द ही औद्योगिक शहर के रूप में होगी पहचान

नागपुर: गढ़चिरौली जो कि एक नक्सली जिला है, वहां अब एक लाख करोड़ का निवेश आने वाला है। जल्द ही गढ़चिरौली नक्सली जिले से निकलकर औद्योगिक शहर के रूप में पहचानी जाएगी। रविवार को उद्योग मंत्री नागपुर पहुंचे जहां विदर्भ में उद्योगों को लेकर पूछे सवाल पर यह जवाब दिया। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि, भंडारा जिले में क्लस्टर का निर्माण किया जा रहा है।
पिछले दिनों महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (Chandrashekhar Bawankule) की माँ का निधन हो गया था। जिसके मद्देनजर रविवार को मुख्यमंत्री नागपुर पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने यह जानकारी की। नागपुर ने नई जगहों पर एमआईडीसी स्थापित करने के सवाल पर सामंत ने कहा, "नागपुर के कई स्थानों में एमआईडीसी की स्थापना हो रही है। यही नहीं भंडारा जिले में क्लस्टर का काम किया जा रहा है। यही नहीं गडचिरोली जिले में स्टील के क्षेत्र में बड़ा निवेश आ रहा है।"
उन्होंने आगे कहा, "मुझे बताने में बहुत ख़ुशी हो रही है कि, गडचिरोली जिले की पहचान नक्सली जिले के रूप में होती है। वहां करीब एक लाख रूपये का निवेश किया जा रहा है। भविष्य में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित दोनों उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित अजित पवार के नेतृत्व में गडचिरोली नक्सली जिले से आद्योगिक नगरी के रूप में जाना जाएगा।"
कुछ लोगों के पेट में हो रहा दर्द
लाड़ली बहना योजना पर कांग्रेस और उद्धव ठाकरे ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, सरकार अपने पाप को छुपाने के लिए योजनाओं की घोषणा कर रही है। इसी के साथ कांग्रेस ने इस योजना के काट के लिए नई योजना की घोषणा करने वाली है। महाविकास अघाड़ी के नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री के इस बयान पर सामंत ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि, "किसी भी अच्छे काम की निंदा करना सही नहीं है। यह योजना लोगों तक पहुंच चुकी है। राज्य की महिलाओं को इसका बड़ा फायदा हो रहा है। अब बहनों को इसका फायदा हो रहा है इसलिए कुछ लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है।"

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