"फडणवीस की राजनीति समाप्त करने के लिए लेने पड़ेंगे 100 जन्म", उद्धव ठाकरे के बयान पर बावनकुले का पलटवार

नागपुर: उद्धव ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ऊपर विवादित टिप्पणी कर दी है। उद्धव ने कहा कि, राजनीति अब देवेंद्र फडणवीस रहेंगे या मै। इसी के साथ उन्होंने यह अगर कुछ टेढ़ा किया तो उसे तोड़ देंगे। उद्धव के बयान पर भाजपा हमलावर हो गई है। प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने उद्धव ठाकरे पर पलटवार किया है। बावनकुले ने कहा कि, "फडणवीस की राजनीति समाप्त करने के लिए लेने पड़ेंगे 100 जन्म।"
अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर लिखते हुए बावनकुले ने कहा, "उद्धव ठाकरे को उत्तेजक भाषा शोभा नहीं देती है। जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल उन्होंने किया है, अगर यह हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे ने सुना होता तो वे क्या सोचते। हिंदुत्व को छोड़कर ईसाई और मुस्लिम विचारों पर भरोसा करने के लिए उद्धव ठाकरे ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "देवेन्द्र फड़णवीस राज्य को विकास की ओर ले जा रहे हैं और नई दृष्टि दे रहे हैं। उद्धव ठाकरे अब जाति आधारित राजनीति पर उतर आये हैं और धर्म के आधार पर वोट लेने की बात कर रहे हैं. महाराष्ट्र की जनता अपने वोट से उन्हें जवाब देगी।"
अब जैसे को तैसे में जवाब
बावनकुले ने कहा, "यह राज्य संस्कृति का राज्य है. यहां सभी धर्म, सभी समुदाय एक साथ रहते हैं। उद्धव ठाकरे ने जातिवाद की राजनीति कर समाज में दरार पैदा करने का काम किया है, हमें उनकी विभाजनकारी भाषा पर आपत्ति है।" इसी के साथ उन्होंने उद्धव को उनकी भाषा में जवाब देने की बात कही।"
मोदी के नाम पर चुने सांसद
10 साल तक मोदी की सभाओं के कारण ही उद्धव ठाकरे सांसद चुने गए, लेकिन अब वह एहसान भूल गए हैं। एक ओर भगवान शंकर का नाम लेना और ऐसी भाषा का प्रयोग करना क्या संस्कृति और संस्कार है? नासिक, परभणी और मुंबई में उभाटा ग्रुप के विजय जुलूस में पाकिस्तान के झंडे लहराये गये. उद्धव ठाकरे ने जातिवाद की राजनीति कर समाज में दरार पैदा करने का काम किया।

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