logo_banner
Breaking
  • ⁕ चंद्रशेखर बावनकुले ने अलग विदर्भ के मुद्दे पर कांग्रेस को दिया जवाब, कहा - अलग विदर्भ बीजेपी का एजेंडा ⁕
  • ⁕ अधिवेशन के पहले ही दिन शहर का राजनीतिक माहौल रहा गर्म, चार अलग-अलग मोर्चों ने अपनी मांगों को लेकर निकाली रैली ⁕
  • ⁕ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आदित्य ठाकरे के दावे को किया खारिज, ठाकरे गुट के नेता पर किया पलटवार ⁕
  • ⁕ अधिवेशन में पांच दिन काम होने की उम्मीद, अब बची नहीं जवाब देने वाली सरकार: विजय वडेट्टीवार ⁕
  • ⁕ Akola: शिंदे सेना की समीक्षा बैठक; 'महानगर पालिका पर लहराएगा भगवा' ⁕
  • ⁕ इंडिगो की फ्लाइट सर्विस में रुकावट की वजह से बनी स्थिति जल्द ही कंट्रोल में आएगी: राम नायडू ⁕
  • ⁕ Chandrapur: एमडी पाउडर के साथ दो युवक गिरफ्तार, स्थानीय क्राइम ब्रांच की कार्रवाई ⁕
  • ⁕ Parshivni: पुलिस पाटिल ने भागीमाहरी-पेढ़री ग्राम पंचायत क्षेत्र में हड़पी जल सिंचन विभाग की 5 एकड़ जमीन ⁕
  • ⁕ Buldhana: जलगांव जामोद से तीन नाबालिग लड़कियां लापता! माता-पिता की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ किडनैपिंग का केस दर्ज ⁕
  • ⁕ Wardha: नगर परिषद चुनाव से पहले अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, 250 पेटी शराब जब्त, मुख्य आरोपी मौके से फरार ⁕
Nagpur

पूर्व नागपुर NIT कार्यालय में मनसे का काला प्रदर्शन, अभियंता पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर पोती कालिख


नागपुर: नागपुर में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को बड़ा हंगामा किया। उन्होंने नागपुर सुधार प्रन्यास (नासुप्र) के पूर्व नागपुर कार्यालय में घुसकर स्थापत्य अभियांत्रिकी सहाय्यक सुरेश चव्हाण के चेहरे पर काली स्याही पोत दी। 

मनसे का आरोप है कि 2014 में एनआयटी में नियुक्ति के बाद से ही सुरेश चव्हाण पर रिश्वतखोरी और जनहित के कामों में गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं। बताया गया है कि चव्हाण पर पट्टा मंजूरी के लिए 25 हजार रुपये और डिमांड नोट जारी करने के लिए 12 लाख रुपये की मांग करने जैसे आरोप हैं। इतना ही नहीं, 2023 में मनसे नेता संदीप देशपांडे के नेतृत्व में एनआयटी कार्यालय के समक्ष एक भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा भी निकाला गया था, जिसमें एनआयटी प्रशासन को चव्हाण सहित कई अधिकारियों के खिलाफ दस्तावेजी सबूत सौंपे गए थे।

इसके बाद प्रशासन ने चव्हाण का तबादला दक्षिण नागपुर विभाग में किया था, लेकिन हाल ही में उन्हें पुनः पूर्व विभाग में नियुक्त कर दिया गया। मनसे का कहना है कि सुरेश चव्हाण के खिलाफ विभागीय जांच अब भी जारी है, इसके बावजूद उन्हें पहले जैसी ज़िम्मेदारियों के साथ दोबारा उसी क्षेत्र में भेजा जाना दर्शाता है कि एनआयटी प्रशासन भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रहा है।

इसी नाराजगी के चलते गुरुवार को मनसे कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए चव्हाण को काले रंग से पोता और हार पहनाकर विरोध दर्ज किया। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जबकि एनआयटी प्रशासन और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।